मुंबई : हाल में ही रणदीप हुड्डा की फिल्म ‘स्वतंत्र वीर सावरकर’ का टीजर रिलीज हुआ। अब टीजर देखने के बाद इस पर उंगलियां भी खड़ी होना शुरू हो गई है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परपोते चंद्र कुमार बोस ने टीजर पर आपत्ति जताई है। उन्होंने फिल्म पर फैक्ट्स गलत दिखाए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ‘वीर सावरकर’ के टीजर में दिखाया गया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस भी विनायक दामोदर सवारकर की विचारधारा को सपोर्ट करते थे। लेकिन ये गलत है। क्योंकि सुभाष चंद्र बोस सेक्युलर थे, धर्मनिरपेक्ष थे। जबकि सावरकर हिंदू कट्टरपंथी थे।
Randeep Hooda वीर सावरकर की बायोपिक Swatantra Veer Savarkar में लीड रोल में हैं। ये उनका डायरेक्टोरियल डेब्यू भी है। जिसका 28 मई को टीजर रिलीज किया गया था। इस टीजर में ये दावा किया गया कि शहीद भगत सिंह, खुदीराम बोस से लेकर सुभाष चंद्र बोस जैसे स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर की विचारधारा से प्रेरित थे।
सुभाष चंद्र बोस के परपोते ने लगाए आरोप
Veer Savarkar Biopic: अब सुभाष चंद्र बोस के परपोते चंद्र बोस ने इन दावों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि, ‘सावरकर का अपना इतिहास है। वह हिंदू विचारधारा वाले थे। वह हिंदू महासभा से जुड़े हुए थे। लेकिन नेताजी हमेशा इसके खिलाफ थे। जिन्ना से पहले सावरकर भी 30s में बंटवारे के बारे में सोच रहे थे। ऐसा लग रहा है कि ये फिल्म राजनीतिक रूप से प्रेरित है और ये सावरकर की छवि को पैंट करना चाहते हैं।’
सावरकर से नहीं विवेकानंद से प्रेरित थे नेताजी
‘द प्रिंट’ से बातचीत में उन्होंने ये भी कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक सेक्युलर इंसान थे। वह हमेशा एक देश चाहते थे। हिंदू, मुस्लिम, जैन और सिखों को साथ लेकर चलने वाले इंसान थे। वह सावरकर से नहीं बल्कि स्वामी विवेकानंद से प्रेरित थे। उनके राजनैतिक गुरु देशबंधु चितरंजन थे।
चंद्र बोस ने लगाए ‘स्वतंत्र वीर सावरकर’ पर फैक्ट्स से छेड़छाड़ के आरोप
चंद्र बोस ने ‘स्वतंत्र वीर सावरकर’ के मेकर्स पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि इस तरह इतिहास से छेड़छाड़ सही नहीं है। तथ्यों को ऐसे हेरफेर नहीं कर सकते हैं। इन सभी आरोपों के बाद अभी तक ‘स्वतंत्र वीर सावरकर’ के मेकर्स व रणदीप हुड्डा का कमेंट सामने नहीं आया है।