Neal Mohan : यू-ट्यूब के नए सीईओ बने नील मोहन, इनसे जुडी 10 बड़ी रोचक बाते

नई दिल्ली : भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक नील मोहन वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब के नए सीईओ होंगे। मोहन सुसान वोजिकी की जगह लेंगे। सुसान वोजिकी नौ साल बाद अपने पद से हट रहीं हैं। उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया है। नील मोहन अभी यूट्यूब के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर हैं। लंबे वक्त से वह सुसान वोजिकी के सहयोगी रहे हैं।

नील मोहन भी अब भारतीय मूल के उन सीईओ की सूची में शामिल हो चुके हैं, जो दुनियाभर की दिग्गज कंपनियों को संभाल रहे हैं। मसलन माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला, एडोब के सीईओ शांतनु नारायण और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई जैसे चेहरे शामिल हैं।

नील मोहन से जुडी 10 बड़ी रोचक बाते

यूट्यूब के नए सीईओ नील मोहन अपनी पत्नी हेमा सरीम के साथ सैन फ्रांसिस्को में रहते हैं।

नील मोहन ने अपने करियर की शुरुआत ग्लोरफाइड टेक्निकल सपोर्ट से की थी। उस वक्त उनकी सालाना आय 60,000 डॉलर थी। ग्लोरफाइड टेक्निकल सपोर्ट के बाद उन्होंने डबल क्लिक को ज्वाइन किया था, जिसे 2008 में गूगल ने खरीद लिया था। इसके बाद से ही नील मोहन गूगल कंपनी का हिस्सा बन गए थे।

नील मोहन ने साल 1996 में अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में स्नातक किया है।

2005 में उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए की पढ़ाई पूरी की।

मोहन को 2015 में यूट्यूब में चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर नियुक्त किया गया था। उन्होंने यूट्यूब में चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर के रूप में अपनी भूमिका निभाते हुए शॉर्ट्स, म्यूजिक और सब्सक्रिप्शन पर फोकस किया।

बहुत कम ही लोग जानते हैं कि नील मोहन को ट्विटर की तरफ से भी नौकरी का ऑफर मिला था। इसका पता जैसे ही गूगल को लगा, गूगल ने उन्हें रोकने के लिए बोनस का ऐलान कर दिया। बोनस देकर गूगल ने उन्हें तीन सालों के लिए अपने पास रोक लिया था। गूगल ने उन्हें 544 करोड़ रुपए का बोनस भी दिया था।

यूट्यूब के अलावा वो कपड़ों और फैशन कंपनी स्टिच फिक्स के बोर्ड निदेशक के रूप में भी काम करते हैं।

नील 23 एंड मी जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान कंपनी के निदेशक मंडल में भी शामिल हैं।

नील मोहन ने यूट्यूब के सीईओ बनाए जाने पर खुशी भी जाहिर की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘धन्यवाद, सुसान वोजिकी, वर्षों से आपके साथ काम करना अद्भुत रहा है। आपने यूट्यूब को रचनाकारों और दर्शकों के लिए एक असाधारण घर बना दिया है। मैं इस महत्वपूर्ण मिशन को जारी रखने के लिए उत्साहित हूं।’

नील का पहला टारगेट यूट्यूब को फायदे में लाना है। इस वर्ष गूगल को अनुमानित सात बिलियन डॉलर कमाने का लक्ष्य बनाया है।

सुसान वोजिकी ने क्यों दिया इस्तीफा?

टिकटॉक और फेसबुक की रील्स जैसी शॉर्ट-फॉर्म वीडियो सेवाओं और नेटफ्लिक्स जैसी स्ट्रीमिंग सेवाओं के साथ प्रतिस्पर्धा के बीच यूट्यूब के विज्ञापन राजस्व में लगातार दूसरी तिमाही में गिरावट आई है। बताया जाता है कि इसकी वजह से ही सुसान ने अपना इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि वे अपने जीवन का एक नया अध्याय शुरू करने जा रही है। वे अपनी फैमिली, हेल्थ और पर्सनल प्रोजेक्ट को लेकर नया काम शुरू करेंगी।

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