पीथमपुर : पीथमपुर के रामकी कंपनी में यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा जलाने को लेकर शनिवार सुबह भी विरोध जारी रहा। कंपनी के करीब तारपुरा पहाड़ी के करीब ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने इस पर आंसू गैस के गोले छोड़कर उन पर काबू पाने की कोशिश की। पथराव में पुलिस वाहन के कांच फोड़ दिए गए।
विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने भी पुलिस वाहन पर पत्थर बरसाए। शनिवार सुबह से हर जगह पुलिस बंदोबस्त लगा रहा। पीथमपुर में शांति बनी हुई है। सुबह सामान्य दिनों की तरह दुकानें खुली।
एसडीएम पहुंचे मौके पर
फैक्ट्री पर पथराव के बाद एसडीएम प्रमोद कुमार गुर्जर मौके पर पहुंचे। एसडीएम ने लाउड स्पीकर से ग्रामीणों को दी समझाइश, कानून हाथ में नहीं लेने की भी समझाइश दी। पथराव कर रहे लोगों को खदेड़ कर गांव भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार गांव में अफवाह फैल गई थी कि कंटेनर खोलते वक्त 4 लोग घायल हुए या मृत्यु हो गई है।
प्रमुख सचिव राजेश राजौरा पहुंचे पीथमपुर
आज शाम प्रमुख सचिव राजेश राजौरा भी पीथमपुर पहुंच हैं और ग्रामीणों से बात की। वे नगर पालिका में सभी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे। शुक्रवार को हुए घटनाक्रम के पुलिस वीडियो फुटेज खंगाल रही है। इसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
एनजीटी में लगाई गई याचिका
इधर नागरिक उपभोक्ता मंच के अध्यक्ष डॉ.पीजी नाजपांडे और सामाजिक कार्यकर्ता रजत भार्गव ने यूनियन कार्बाइड कचरा निस्तारण मामले में एनजीटी भोपाल में याचिका दायर की है। यह याचिका शनिवार को दायर की गई, जिस पर शीघ्र सुनवाई की मांग की गई है।
नायब तहसीलदान बोलीं- अभी कोई भी कंटेनर नहीं खोला गया
रामकी इंडस्ट्रीज पीथमपुर के गेट पर मौजूद नायब तहसीलदार अनीता बरेठा ने बताया सभी कंटेनर हमारी कस्टडी में है किसी भी कंटेनर को खोला नहीं गया है। रामकी फैक्ट्री के पास तारपुरा गांव के बार पुलिस ने बैरिकेड लगाए । ग्रामीणों को गांव में ही रहने को कहा गया है। पुलिस ने गांव में फ्लैग मार्च किया है। ग्रामीणों को फैक्ट्री के पास नहीं जाने को कहा जा रहा। पुलिस की सख्ती के बाद गांव की गलियां सूनी।