आज से छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र शुरू, बीजेपी-कांग्रेस ने की जोरदार तैयारी, इन मुद्दों पर हंगामे के आसार

रायपुर : आज से छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है, जो 18 जुलाई तक चलेगा. इस बार सत्र के दौरान हंगामा होने के आसार हैं. इसके लेकर पक्ष-विपक्ष ने 13 जुलाई को बैठक की. जिसमें सवालों लिस्ट तैयार की गई है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल शेखर दत्त और अविभाजित मध्यप्रदेश शासन के पूर्व मंत्री राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह के निधन का उल्लेख किया जाएगा. वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, वन मंत्री केदार कश्यप और राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा अपने विभागों से जुड़े सवालों का जवाब देंगे.
कांग्रेस ने की तैयारी
इस बार मानसून सत्र के हंगामेदार रहने की पूरी संभावना है, क्योंकि कांग्रेस और भाजपा दोनों ने रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है. रविवार को दोनों दलों ने अपने-अपने विधायकों के साथ बैठकें कीं. कांग्रेस ने साफ किया कि वह खाद की कमी, कानून-व्यवस्था, बिजली दरों में वृद्धि और परिसीमन जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है.
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत की अध्यक्षता में इन मुद्दों पर चर्चा कर रणनीति तय की गई. वहीं, कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राज्य के किसानों को डाई-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे कृषि कार्य प्रभावित हो सकते हैं.
बीजेपी ने भी बनाई रणनीति
वहीं, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में भी भाजपा की बैठक हुई. इसमें सीएम ने कहा, प्रदेश में डीएपी की खपत उत्पादन से अधिक है, इसलिए मामूली कमी महसूस हो रही है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारा कृषि विभाग एनपीके को विकल्प के रूप में बढ़ावा दे रहा है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि डीएपी की कोई गंभीर कमी न हो.’’ साय ने कहा, मानसून सत्र के लिए सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है और विपक्ष के हर सवाल का जवाब तथ्यों के आधार पर दिया जाएगा. भाजपा भी विपक्ष के हमलों का करारा जवाब देने की रणनीति पर काम कर रही है.