सतीश कौशिक की होली-पार्टी वाले फार्म हाउस से मिलीं दवाइयां : फार्म हाउस का मालिक फरार
फंक्शन में शामिल मेहमानों की लिस्ट भी खंगाली जा रही
नईदिल्ली/मुंबई। एक्टर-डायरेक्टर सतीश कौशिक की मौत की जांच कर रही पुलिस शनिवार को दिल्ली के फार्म हाउस पहुंची। कौशिक मौत से एक दिन पहले यहीं होली पार्टी में शामिल हुए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस को फार्म हाउस की तलाशी में कुछ दवाइयां मिली हैं। पुलिस फार्म हाउस के मालिक से पूछताछ करना चाहती थी, लेकिन वह फरार है।
सतीश कौशिक का बुधवार रात 1:30 बजे दिल्ली में अचानक निधन हो गया था। वे 66 साल के थे। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, सतीश कौशिक की मौत संदिग्ध परिस्थिति में हुई है। इसीलिए उनके शव का पोस्टमार्टम कराया गया था। इसकी डिटेल्ड रिपोर्ट अभी सामने नहीं आई है। हालांकि, शुरुआती पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई गई थी।
फार्म हाउस का मालिक भी एक केस में वॉन्टेड
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, होली की पार्टी एक उद्योगपति के फार्म हाउस में आयोजित की गई थी। यह उद्योगपति पार्टी में मौजूद था और खुद भी एक मामले में वॉटेंड है। पुलिस इससे सवाल-जवाब करने पहुंची थी, लेकिन वह नहीं मिला। उसकी तलाश की जा रही है। इसके अलावा, पुलिस पार्टी में शामिल हुए गेस्ट्स की लिस्ट की जांच भी कर रही है।
पुलिस को अस्पताल से मिली थी मौत की खबर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस का कहना है कि सतीश के निधन की खबर अस्पताल से मिली थी। पुलिस का कहना है कि कौशिक की तबीयत बिगड़ने से अस्पताल तक पहुंचने के वक्त उनके साथ-साथ कौन था, उनके साथ क्या हुआ? इसकी जांच की जा रही है। इन लोगों से पूछताछ की जाएगी। मौत की सही वजह जानने के पुलिस को विसरा रिपोर्ट का भी इंतजार है।
हरियाणा में जन्मे थे सतीश, दिल्ली से स्कूली पढ़ाई की
सतीश कौशिक का जन्म 13 अप्रैल 1956 को हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हुआ था। स्कूली पढ़ाई दिल्ली में हुई थी। किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में एडमिशन लिया था। 1985 में उन्होंने शशि कौशिक से शादी की थी। 2 साल की उम्र में उनके बेटे का निधन हो गया था।
मिस्टर इंडिया से पहचान मिली
सतीश ने 1983 में बॉलीवुड में कदम रखा। इससे पहले उन्होंने थिएटर में काम किया था। वे अभिनेता, कॉमेडियन, स्क्रिप्ट राइटर, निर्देशक और निर्माता थे। सतीश को पहचान 1987 में फिल्म मिस्टर इंडिया से मिली थी। इसके बाद उन्होंने 1997 में दीवाना-मस्ताना में पप्पू पेजर का किरदार निभाया था। सतीश को 1990 में राम लखन के लिए और 1997 में साजन चले ससुराल के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का फिल्म फेयर पुरस्कार मिला था।