मुंबई : अरशद वारसी बॉलीवुड में अपनी कॉमिक टाइमिंग के लिए जाने जाते हैं। एक्टर ने मुन्ना भाई एमबीबीएस, जॉली एलएलबी और गोलमाल समेत कई फिल्मों में उम्दा एक्टिंग की है।
अब सालों बाद अरशद वारसी ने खुलासा किया कि कई बार उन्हें फिल्मों से बाहर कर दिया गया और इसके पीछे की वजह लीडिंग एकटर्स थे, क्योंकि उन्हें डर था कि कहीं अरशद सारी लाइमलाइट ना चुरा लें।
अरशद के चौंका देने वाले खुलासे
अरशद वारसी ने आरजे सिद्धार्थ कनन के साथ बाततीच में ये चौका देने वाला खुलासा किया है। हालांकि, अरशद ने कई एक्टर्स की तारीफ भी की। जिन्होंने हमेशा उन्हें आगे बढ़ने के लिए सपोर्ट किया।
संजय दत्त के लिए कही ये बात
अरशद वारसी ने संजय दत्त की तारीफ की और बताया कि उनकी वजह से ही उन्होंने मुन्नाभाई एमबीबीएस में काम किया था। एक्टर ने कहा, “असल में, मुन्नाभाई एमबीबीएस में मेरे काम करने के पीछे की एक वजह संजू थे। वो इतने सुरक्षित एक्टर हैं कि मुझे पता था कि वो मुझे अपना काम करने देंगे।”
सर्किट का किरदार नहीं करना चाहते थे अरशद
अरशद वारसी ने इंटरव्यू में ये भी खुलासा किया कि वो मुन्नाभाई एमबीबीएस में सर्किट का किरदार निभाने के लिए पहले शंका में थे। जबकि, फिल्म की हर एक बात उन्हें पसंद थी और वो राजकुमार हिरानी के साथ उनकी पहली डायरेक्टोरियल डेब्यू फिल्म में काम भी करना चाहती थे। अरशद को लगा कि फिल्म हिट होने पर भी उन्हें नोटिस नहीं किया जाएगा, क्योंकि वो बस एक गुंडे का सपोर्टिंग रोल निभाएंगे।
सर्किट के लिए पहली पसंद नहीं थे अरशद
हालांकि, इतनी अशंकाओं के बाद भी अरशद ने राजुकमार हिरानी और प्रोड्यूसर विधू विनोद चोपड़ा से बात की और मनाया कि वो उन्हें असफलता को एंजॉय करने दें और सर्किट का किरदर अरशद को अपने हिसाब से निभाने दें। अरशद ने ये भी बताया कि पहले सर्किट का रोल मकरंद देशपांडे को ऑफर हुआ था और उन्होंने ठुकरा दिया था। हालांकि, इस बात की अरशद को खुशी हैं, क्योंकि सर्किट का किरदार उन्हें सफलता की नई ऊंचाइयों पर ले गया।