सिडनी : ऑस्ट्रेलिया में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दरअसल वहां की एक महिला सांसद ने एक प्रभावशाली सांसद पर संसद भवन में ही उनका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली सांसद निर्दलीय लिडिया थोर्प हैं। थोर्प ने कहा कि संसद भवन परिसर में उन पर यौन टिप्पणियां की गईं, साथ ही उन्हें गलत तरीके से छूआ गया। थोर्प ने अपने ही वरिष्ठ साथी डेविड वान पर यह आरोप लगाए।
थोर्प ने बताई आपबीती
वहीं थोर्प के आरोपों को डेविन वान ने झूठा करार दिया है। हालांकि वान की पार्टी लिबरल पार्टी ने उन्हें गुरुवार को पार्टी की सदस्यता से बर्खास्त कर दिया। लिंडिया थोर्प ने कहा कि ‘इन घटनाओं से मैं इतना डर गई थी कि मैं ऑफिस के दरवाजे से बाहर निकलने में भी डरती थी। मैं दरवाजा खोलने के बाद पहले देखती थी कि रास्ता साफ है और उसके बाद ही बाहर आती थी।’ थोर्प ने कहा कि ‘संसद भवन परिसर में अकेले आने में भी उन्हें डर लगता था।’
ऑस्ट्रेलिया में रहा है इसका इतिहास
संसद भवन में महिला नेता के यौन उत्पीड़न का यह पहला मामला नहीं है बल्कि इससे पहले भी ऐसी घटनाएं सुर्खियां बटोर चुकी हैं। इससे पहले ब्रिटनी हिगिंस नामक महिला नेता ने कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पर उसके साथ मार्च 2019 में संसद भवन परिसर में ही बलात्कार करने का आरोप लगाया था। सालल 2021 में ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने एक जांच कराई थी, जिसमें पता चला कि ऑस्ट्रेलियाई संसद के हर तीन लोगों में से एक यौन उत्पीड़न का शिकार है। इनमें 63 प्रतिशत महिला प्रतिनिधि भी शामिल हैं।