नईदिल्ली। देश में महंगाई है कि कम होने का नाम नहीं ले रही है. दाल, चावल, गेहूं, टमाटर और हरी सब्जियों के बाद अब चीनी एक बार फिर से महंगी हो गई है. पिछले 15 दिन के अंदर इसकी कीमत में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. मंगलवार को चीनी की कीमतें बढ़कर 37,760 रुपये ($454.80) प्रति टन हो गईं, जो अक्टूबर 2017 के बाद सबसे अधिक है. खास बात यह है कि चीनी की कीमत में 3 प्रतिशत की उछाल आने से इसका भाव पिछले 6 साल के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. हालांकि, इससे रिटेल मार्केट के ग्राहकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
चीनी की कीमतों में बढ़ोतरी आने के बाद व्यापारियों और उत्पादकों ने चिंता जताई है. व्यापारियों और उत्पादकों का कहना है कि देश के मुख्य चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र और कर्नाटक में इस साल अभी तक औसत से कम बारिश हुई है, जिसका असर गन्ने के प्रोडक्शन पर पड़ सकता है. अगर फसल सीजन 2023- 24 में गन्ने के प्रोडक्शन में गिरावट आती है, तो चीनी और महंगी हो सकती है. वहीं, जानकारों का कहना है कि चीनी की कीमत में उछाल आने से खुदरा महंगाई दर बढ़ सकती है. इससे खाने- पीने की चीजें महंगी हो जाएंगी.
किसानों को मिलेगा समय पर पैसा
बॉम्बे शुगर मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक जैन ने कहा कि अगर सितंबर महीने में भी बारिश नहीं हुई, तो सूखे जैसे हालात उत्पन्न हो जाएंगे. इससे गन्ने के उत्पादन में गिरावट आ सकती है, जिससे चीनी की कीमतें और बढ़ जाएंगी. डीलरों ने कहा कि चीनी की कीमतों में बढ़ोतरी आने से द्वारिकेश शुगर, श्री रेणुका शुगर्स, बलरामपुर चीनी और डालमिया भारत शुगर जैसे उत्पादकों के मार्जिन में सुधार आएगा. जिससे ये किसानों को समय पर भुगतान कर पाएंगे.
महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी
बता दें कि 1 अक्टूबर से चीनी उत्पादन का न्यू सीजन शुरू होने वाला है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि कम बारिश की वजह से चीनी के उत्पादन में 3.3% तक गिरावट आ सकती है. इससे चीनी का प्रोडक्शन गिरकर 31.7 मिलियन मीट्रिक टन पर पहुंच सकता है. ऐसे में आम जनता को एक बार फिर से महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी.
सप्लाई प्रभावित होने से कीमतें बढ़ जाएंगी
अशोक जैन की माने तो अगर चीनी की कीमतों में इसी तरह से बढ़ोतरी जारी रही, तो केंद्र सरकार इसके निर्यात पर बैन लगाने का भी फैसला कर सकती है. ताकि घरेलू बाजार में इसकी कीमतें कम की जा सकें. मुंबई के एक व्यापारी ने कहा कि आने वाले महीनों में चीनी की कीमतें और बढ़ सकती हैं, क्योंकि स्टॉक में गिरावट आ रही है. साथ ही अगले महीने से त्योहारी सीजन शुरू हो जाएगा. ऐसे में चीनी की खपत बढ़ जाएगी. ऐसे में सप्लाई प्रभावित होने से कीमतें बढ़ जाएंगी