रायपुर। हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार को भारतीय शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली. बाजार बंद होने तक सेंसेक्स 606 अंक गिरकर 60,141 पर और निफ्टी 192 अंक गिरकर 18,856 पर बंद हुआ।
ये आंकड़े भी कर सकते है बाजार को प्रभावित…
ग्लोबल ट्रेंड्स, रुपये में उतार-चढ़ाव, ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें और फॉरेन फंड्स का ट्रेंड भी मार्केट के लिए अहम होगा। मीणा ने कहा कि आईटी कंपनियों के लिए तिमाही नतीजों का सीजन शुरू होगा। टीसीएस, इंफोसिस और एचसीएल टेक इस सप्ताह के दौरान अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगे। पिछले हफ्ते बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 940.37 या 1.55 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ था। राष्ट्रीय एक्सचेंज का निफ्टी 245.85 अंक या 1.6 प्रतिशत टूटा।
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सतर्क रुख के साथ नए साल की शुरुआत…
जूलियर बायर इंडिया के प्रबंध निर्देशक मिलिंद एम ने कहा कि भारतीय इक्विटी बाजारों ने नए साल की सतर्क शुरुआत की है। पिछले साल के आखिरी महीने यानी दिसंबर में भी बाजारों में यही रुख देखने को मिला था। उन्होंने कहा कि महंगाई और विदेशी संसाधनों की लगातार निकासी से बाजार धारणा प्रभावित हुई। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के ब्यौरा जारी होने से निवेशकों की जोखिम क्षमता पर असर पड़ा है। इस ब्यौरे ने 2023 में एक और दर वृद्धि का संकेत दिया। नायर ने कहा कि आईटी क्षेत्र की कंपनियां टीसीएस, इंफोसिस, एचसीएल टेक और विप्रो इस सप्ताह अपने तिमाही परिणामों की घोषणा करेंगी। वहीं, आईआईपी और सीपीआई के नंबर 12 जनवरी को आएंगे।
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कंपनियों के नतीजों पर निवेशकों की नजर…
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के तकनीकी अनुसंधान के उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा कि घरेलू कारकों के अलावा, सभी की निगाहें वैश्विक बाजार के रुझान पर होंगी। सैमको सिक्योरिटीज में मार्केट आउटलुक के प्रमुख अपूर्व सेठ ने कहा कि इस सप्ताह बाजार सहभागियों की नजर अमेरिका और चीन के मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर होगी। “घरेलू मोर्चे पर, यह आईटी कंपनियों के साथ तीसरी तिमाही के आय सीजन की शुरुआत करेगा।”