नए साल मे पर्यटकों को जंगल सफारी मे देखने मिल सकता है दुर्लभ सफेद भालू

रायपुर : नए साल से पहले नवा रायपुर स्थित जंगल सफारी में दो नन्हे मेहमानों का आगमन हुआ है। जहां सफारी प्रबंधन ने उनका पालन पोषण शुरू कर दिया है। दरअसल चिरमिरी वन परिक्षेत्र में दो नवजात भालू को जन्म देने के बाद उनकी मां छोड़कर जंगल चली गई। इसके बाद आसपास के ग्रामीणों ने भालुओं पर नजर पड़ने पर इसकी सूचना तुरंत वन विभाग को दी। दोनों भालू को वन विभाग ने रेस्क्यू कर नवा रायपुर स्थित जंगल सफारी भेज दिया। यहां सफारी के डाक्टर दोनों भालुओं की देखभाल कर रहे हैं।

जंगल सफारी के डाक्टरों ने बताया कि दो भालू में से एक काला और दूसरा सफेद है। सफेद भालू दुर्लभ होता है। इस समय सफारी में दोनों भालू डाक्टरों की निगरानी में हैं। फिलहाल दोनों भालू पूरी तरह से स्वस्थ हैं। अभी उन्हें बकरी और गाय के दूध पिलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सफेद भालू का वजन एक किलो 300 ग्राम है। वहीं काले भालू एक किलो 110 ग्राम है। दोनों भालू लगभग 25 दिन के हैं।

सफेद को सफारी में रखने की संभावना

इन दोनों भालुओं को अभी सफारी प्रबंधन अपनी देखरेख में रखेगा। फिर दोनों को जंगल में छोड़ने पर फैसला लिया जाएगा। वहीं बताया रहा है कि इनमें से सफेद भालू को सफारी में ही रखने पर विचार किया जा रहा है। क्योंकि सफेद भालू आमतौर पर नजर नहीं आते हैं। इस कारण विशेष तौर पर जंगल सफारी में यह पर्यटकों के लिए रखा सकता है।

मुख्य वन्यप्राणी चिकित्सक डा. राकेश वर्मा ने कहा, चिरमिरी वन परिक्षेत्र से दोनों नवजात भालुओं को लाया गया है। अभी दोनों भालू पूरी तरह के स्वस्थ हैं। चार डाक्टर सतत निगरानी कर रहे हैं। भालू लगभग 25 दिनों के हैं। इन्हें बकरी और गाय के दूध पिलाए जा रहे हैं। इससे पहले भी यहां तेंदुआ, शेर आदि जानवरों के बच्चों को रख चुके हैं, जिनका सफल इलाज के बाद जंगल में छोड़े गए।

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