CG : खैरागढ़ में सीमेंट व्यापारी के मुनीम से 8 लाख की लूट का पर्दाफाश, 5 आरोपी गिरफ्तार

राजनांदगाव : सीमेंट व्यापारी के मुनीम से 8 लाख की लूट की घटना का पुलिस ने पर्दाफाश किया है, लूट के मामले में 2 आरोपी के साथ ही एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है, तीनों आरोपियों के निशानदेही पर घटना स्थल से खैरागढ़ मार्ग पर बंद फैक्ट्री पास झाड़ीयों में बुजुर्ग मुनीम से लुटा गया मोबाईल बरामद किया गया. आरोपी सुनील वर्मा ने बताया कि प्राप्त रकम में से एक लाख पचास हजार का पल्सर मोटर सायकल लिया है. वहीं नाबालिक बालक ने अपने हिस्से के रकम में से साठ हजार रूपये का आई-फोन खरीद लिया. मिथिलेश वर्मा ने प्राप्त रकम में से 26000/रू. का मोबाईल खरीदा है.

जिले के सीमेंट व्यापारी के 52 वर्षीय मुनीम झुमर सिंह ने 25 अक्टूबर को रिपोर्ट दर्ज करावाया कि वह दिनांक 25 तारीख को सीमेंट व वासिंग पाउडर की बिक्री का पैसा वसुली करने गया था. जहां उसने कवर्धा, नर्मदा व गंडई के ग्रामीण क्षेत्र के व्यापारीयों से कुल वसूली का नगदी रकम सात लाख अस्सी हजार चार सौ (780400 रूपये ) रू. अपने काले कलर के बैग के अंदर रखकर अपने मोटर सायकल में बैठकर ग्राम नर्मदा गंडई से शाम करीबन साढ़े चार बजे वापस राजनांदगांव जाने के लिये निकला था. पीड़ित द्वारा काले बैग को मोटर सायकल के सामने दोनो आईनों में फंसाकर कर रखा था |

शाम 5.50 बजे के आसपास खैरागढ़ से राजनांदगांव जाने वाले मुख्य मार्ग पर कलकसा चौक से लगभग 50 मीटर पहले खैरागढ़ तरफ से एक मोटर साइकल में तीन लड़के सवार होकर आये थे. उनमें से सफेद रंग के शर्ट पहने हुए लडके ने झुमर देवांगन (पीड़ित) के शर्ट के जेब में रखे मोबाईल फोन को छीन लिया और मोटर सायकल के चाबी को भी छीनने का प्रयास किया. जिसे छीन नहीं पाया, तभी पीछे से अचानक दो और लड़के आये और प्रार्थी के मोटर सायकल के सामने रखे बैग को छीनने लगे. तभी पीड़ित बुजुर्ग द्वारा बीच बचाव का प्रयास किया गया जिससे बैग का बेल्ट टुट गया. जिससे गाड़ी सहित जमीन पर गिर गया. जिसके बाद तीनों आरोपियों ने पीड़ित बुजुर्ग के बैग को छीन लिया. जिसमें 780400/रू. और मोबाईल था जिसे लुटकर खैरागढ़ की ओर भाग गये.

खैरागढ़ में साइबर सेल ने 8 लाख की लूट का किया पर्दाफाश,

जिसके बाद प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बसंल द्वारा घटना स्थल पहुँचकर आरोपियों के धर पकड़ एवं लुट किये गये रकम को बरामद करने तत्काल निर्देश दिए. जिसके बाद खैरागढ़ जिला साइबर टीम एवं ठेलकाडीह थाना की सयुंक्त टीम तैयार कर गठित किया गया. गठित टीम के द्वारा आरोपियों के मिलने के संभावित स्थानों पर अपनी टीम भेजकर हर संभव प्रयास किया गया. विवेचना के दौरान आरोपियों के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण साक्ष्य प्राप्त हुये जिसके आधार पर निरीक्षक अनिल शर्मा साइबर सेल एवं थाना प्रभारी ठेलकाडीह का संयुक्त टीम तैयार कर विवेचना में आये तथ्यों और तकनीकी जानकारी के आधार पर घटना के बाद पिछले 02 सप्ताह से साइबर टीम द्वारा लगातार दिन-रात काम कर हजारों सीसीटीव्ही फुटेज एवं तकनीकी जानकारीयों का विश्लेषण कर आरोपियों के सुराग ढुंढने में डटी रही.

टीम द्वारा लगातार प्रयास कर संपूर्ण घटना का मास्टर प्लानर मिथिलेश वर्मा एवं ईश्वर साहू तक पहुंचे दोनों से मनोवैज्ञानिक तरीके से पुछताछ पर दोनों ने बताया कि दोनों का काफी कर्ज हो गया था. जिसे चुकाने के लिए परेशान थे ईश्वर साहू नादिया के प्रहलाद साहू सीमेंट व्यापारी के यहाँ चालक का काम करता है. काम करने के दौरान उसे जानकारी थी कि प्रत्येक शुक्रवार को राजनांदगांव से एक आदमी रकम वसूली करने आता है. काफी रकम लेकर जाता है जो बुजुर्ग है जिसे आसानी से लूट का शिकार बनाया जा सकता है. दोनों घटना के पहले शुक्रवार को जब पीड़ित बुजुर्ग द्वारा रकम वसूली करने आया तो दोनों योजना के मुताबिक प्रार्थी का रेकी करते हुये नादिया से घिरघोली तक पीछा किये. आरोपियों के द्वारा पीड़ित बुजुर्ग की गतिविधियों को नोट किया गया.

ऐसे हुई साइबर ठगी

25 अक्टूबर को मिथिलेश वर्मा और ईश्वर साहू अपने योजना को अंजाम देने के लिए अपने रिश्तेदार भुपेन्द्र वर्मा निवासी बहेराभाठा थाना घुमका जिला राजनांदगांव को सुबह फोन लगाकर अपनी योजना के बारे में बताया और बोला कि रकम ले जाने वाला उन्हें पहचानता हैं इसलिए अपने किसी साथी के साथ आकर रकम लुटना है, मिथिलेश एवं ईश्वर के योजना में भुपेन्द्र वर्मा भी शामिल हो गया और अपने साथी सुनील वर्मा ग्राम बहेराभाठा के साथ अपने यामहा एफ जेड बाईक का नंबर प्लेट हटाकर कर नर्मदा जा पहुचा, जहाँ पहले से ही उपस्थित मिथिलेश और ईश्वर ने पीड़ित बुजुर्ग का पहचान कराया और घटना करने के संबंध में प्लान तैयार किया. मिथिलेश वर्मा ने घटना में अपने रिश्तेदार नाबालिक बालक जो स्कुल छात्र है उसे भी स्कुल से बुलाकर अपने साथ शामिल कर लिया. इसके बाद पांचो आरोपी दो मोटर सायकल से बुजुर्ग मुनीम का पीछा करते हुए खैरागढ़ से दल्ली तक पहुंचे|

दल्ली के पास मिथिलेश वर्मा और ईश्वर साहू रूक गये और भुपेन्द्र, सुनील और नाबालिक बालक घटना स्थल में बुजुर्ग मुनीम के पास पहुँचकर सुनशान जगह देखकर माचिस मांगने के बहाने बुजुर्ग मुनीम को रोककर उसका मोबाईल और रूपये से भरा बैग छीन कर फरार हो गये. जिसके बाद घटना कों अंजाम देकर तीनों आरोपी सुनशान खेत में पहुँचकर लूट की लाखों रूपये को गिने जो 780400/रू. था. जिसमें से भुपेन्द्र ने दो लाख, सुनील ने दो लाख और नाबालिक बालक ने एक लाख अस्सी हजार रूपये अपने हिस्से का रख लिया. रकम वाली बैग और बुजुर्ग मुनीम के मोबाईल को वही सड़क किनारे फेंक दिये. वहाँ से खैरागढ़ पहुँचकर मिथिलेश और ईश्वर साहू को उनके हिस्से का एक-एक लाख रूपये दे दिये.

साइबर सेल प्रभारी अनिल शर्मा एवं उनकी टीम ने जानकारी के आधार पर बहेराभाठा जाकर भुपेन्द्र वर्मा और सुनील वर्मा को हिरासत में लिया गया एवं विधि से नाबालिक बालक से पुछताछ किया, पुछताछ पर तीनों ने अपराध घटित करना स्वीकार किया. तीनों आरोपियों के निशानदेही पर घटना स्थल से खैरागढ़ मार्ग पर बंद फैक्ट्री पास झाड़ीयों में बुजुर्ग मुनीम से लुटा गया मोबाईल बरामद किया गया. आरोपी सुनील वर्मा ने बताया कि प्राप्त रकम में से एक लाख पचास हजार का पल्सर मोटर सायकल लिया है. वहीं नाबालिक बालक ने अपने हिस्से के रकम में से साठ हजार रूपये का आई-फोन खरीद लिया. मिथिलेश वर्मा ने प्राप्त रकम में से 26000/रू. का मोबाईल खरीदा है.

आखिरकार खैरागढ़ जिला पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ने बुजुर्ग मुनीम से लुटे हुए लाखों रूपये की सौ प्रतिशत जपती कर लूट के सभी आरोपियों कों गिरफ्तार कर जेल भेज दी है. साथ ही जिला खैरागढ़ के साइबर प्रभारी अनिल शर्मा, टैलेश सिंह सहित उनकी सभी टीम कों लूट की गुतथी कों सुलझाने हेतु बधाई दी है.

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