छुट्टियाँ बनीं सीखने का उत्सव: बच्चों के हाथों में सजी रचनात्मकता, कोडिंग सीखी, रोबोट बनाया

बतौली। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के बतौली स्थित पीएमश्री स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में 5 मई से 29 मई 2025 तक ग्रीष्मकालीन समर कैंप का सफल आयोजन किया गया। यह कैंप केंद्र सरकार की पीएमश्री योजना और समग्र शिक्षा रायपुर के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों को न केवल अपनी रुचियों और प्रतिभाओं को निखारने का अवसर मिला, बल्कि उन्होंने अनेक जीवन कौशल और विज्ञान-तकनीकी की जानकारी भी प्राप्त की।
रचनात्मकता और कौशल विकास का केंद्र बना कैंप
शिविर में रोज सुबह माँ सरस्वती वंदना, प्रेरणादायी गीत और राष्ट्रगान के साथ गतिविधियों की शुरुआत होती थी। इसके बाद बच्चों को विभिन्न समूहों में बांटकर विविध क्रियाकलाप कराए जाते थे। प्रमुख गतिविधियों में शामिल थे-
कम्युनिकेशन स्किल्स, स्टोरी टेलिंग और राइटिंग
1) कला शिल्प – सेल्फी प्वाइंट, बांस शिल्प, मिट्टी शिल्प और क्ले मॉडलिंग
2) अटल टिंकरिंग लैब – कोडिंग, रोबोटिक्स, वित्तीय साक्षरता, बेसिक कंप्यूटिंग
3) इको क्लब – नेचर वॉक, वृक्षारोपण, पेंटिंग, पोस्टर मेकिंग
4) खेलकूद – कैरम, शतरंज, कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल इत्यादि
5) व्यावसायिक प्रशिक्षण – ब्यूटी पार्लर, फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी
6) संगीत और नाटक – हारमोनियम, बांसुरी, नृत्य, नाटक प्रस्तुति
बौद्धिक और रचनात्मक गतिविधियाँ
अजीज प्रेमजी फाउंडेशन की मदद से बच्चों को मिरर आर्ट, कविता लेखन, मैजिक स्क्वायर, पपेट आर्ट, कहानी लेखन आदि के ज़रिए उनकी सोच और कल्पनाशक्ति को विस्तार देने के प्रयास किए गए। आईसर पुणे से प्रशिक्षित शिक्षकों ने बच्चों को न्यूजपेपर आर्ट, टैनग्राम पजल, 3D ब्रेन मॉडल, मैग्नेट एक्टिविटी, ब्रेड बोर्ड से सर्किट निर्माण जैसी रोचक और शैक्षणिक गतिविधियों से जोड़ा। साथ ही, वैदिक गणित के प्रयोगों से गणित के प्रति बच्चों का डर भी दूर किया गया।
समापन समारोह में सम्मानित हुए बच्चे
समर कैंप का समापन विद्यालय के प्राचार्य राजेश गुप्ता की अध्यक्षता में हुआ। इस दौरान बच्चों से फीडबैक लिया गया, जिसमें उन्होंने इसे अपने जीवन का यादगार अनुभव बताया। मुख्य अतिथि SMDC अध्यक्ष श्री राजेंद्र पैंकरा और विशिष्ट अतिथि श्रवण यादव के करकमलों से प्रतिभागी बच्चों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार वितरित किए गए।
समर कैंप: एक समग्र विकास की पहल
यह समर कैंप बच्चों के लिए सिर्फ अवकाश बिताने का माध्यम नहीं था, बल्कि स्क्रीन मुक्त, प्रकृति से जुड़ा और जीवन उपयोगी कौशलों से भरपूर एक ऐसा अनुभव रहा जो उनके सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित हुआ। बच्चों, शिक्षकों और सभी आयोजकों की सहभागिता से यह आयोजन यादगार और सफल रहा।