heml

भोपाल में झमाझम बारिश… कोलार डैम के दो गेट खोले गए, भदभदा के भी जल्द खुल सकते हैं गेट

भोपाल : राजधानी भोपाल और आसपास के क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से रुक-रुककर जारी झमाझम बारिश की वजह से भोपाल के बड़ा तालाब सहित अन्य जलाशय का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। रविवार सुबह से भी अच्छी बारिश हो रही है।

इसके चलते भोपाल के नजदीक स्थित कोलार डैम के 2 गेट रविवार सुबह खोल दिए गए हैं। सीहोर जिले में स्थित इस डैम में वाटर लेवल मेंटेन करने के लिए चार और पांच नंबर गेट को 40-40 सेमी तक खोलकर पानी निकाला जा रहा है। सीहोर कलेक्टर प्रवीण सिंह ने एवं कोलार डैम की कार्यपालन यंत्री हर्ष जैनवाल ने सभी नागरिकों से अपील की है, कि वे कोलार नदी, कोलार नहर, तथा कोलार बांध के प्रभावित इलाकों में नही जाएं।

कोलार परियोजना अंतर्गत कोलार बांध वीरपुर का जलस्तर बढ़कर 458.42 मीटर हो गया है, तथा जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कार्यपालन यंत्री हर्षा जैनवाल ने जानकारी दी कि बांध की जल भराव क्षमता 76.16 फीसद है। जीवंत क्षमता 201.84/265.00 है।

भदभदा के गेट भी जल्द खुल सकते हैं

कोलार डैम के बाद अब शहर की लाइफ लाइन कहा जाने वाला बड़ा तालाब भी छलक के लिए बेसब्र नजर आ रहा है । दरअसल तालाब के कैचमेंट एरिया में हो रही लगातार वर्षा के कारण बड़े तालाब के जलस्तर में बहुत तेजी से पानी बढ़ा है। यदि यूं ही वर्षा होती रही तो सोमवार सुबह तक तालाब फुल हो जाएगा।

लबालब होने से महज 1.8 फीट दूर

बड़े तालाब का जलस्तर वर्तमान में 1665.00 फीट पर पहुंच गया है। इसका फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट है। इस हिसाब से देखा जाए तो तालाब को छलकने के लिए मात्र 1.80 फीट पानी की और दरकरार है। तालाब के फुल होते ही भदभदा डैम के गेट खोल दिए जाएंगे। नगर निगम के अधीक्षण यंत्री उदित गर्ग ने बताया कि तालाब के वाटर लेवल पर बराबर नजर रखी जा रही है। जैसे ही फुल टैंक लेवल पर पानी पहुंचेगा, भदभदा डैम के गेट खोल दिए जाएंगे।

सुरक्षा का ख्याल

तेजी से बढ़ रहे बड़ा तालाब के जलस्तर को देखते हुए महापौर मालती राय ने शनिवार को भदभदा डैम का निरीक्षण किया और जलस्तर की जानकारी ली। उन्होंने बांध के गेट खोलकर पानी छोड़ने से पहले बांध और नागरिकों की सुरक्षा अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। डैम का पानी छोड़ने से पहले प्रभावित क्षेत्रों के अधिकारियों को समय से पूर्व सूचना दी जाए, ताकि वह अपने क्षेत्रों में सुरक्षा व अन्य प्रकार के प्रबंध कर सकें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button