‘वह मौत के समय बहुत तड़पा था’, चश्मदीद पादरी ने बताई नाइट्रोजन गैस से मारे गए स्मिथ के आखिरी पलों की घटना
वॉशिंगटन : अमेरिका के अलबामा में नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा पाए केनेथ स्मिथ की चर्चा दुनियाभर में हो रही है। केनेथ स्मिथ की मौत की सजा देने के दौरान मौके पर मौजूद पादरी ने खुलासा किया है कि मौत के समय केनेथ बहुत तड़पा था। पादरी का कहना है कि वह इन पलों को कभी नहीं भूल पाएंगे। अमेरिका में केनेथ स्मिथ पहला शख्स है, जिसे नाइट्रोजन गैस सुंघाकर मौत की सजा दी गई है। मानवाधिकार कारकर्ता और संगठन मौत के इस तरीके को विवादित बताकर इसकी आलोचना कर रहे हैं।
‘हम सभी के चेहरे पर डर था’
केनेथ की मौत के दौरान जो लोग मौके पर मौजूद थे, उनमें पादरी जेफ हुड भी शामिल हैं। केनेथ की मौत के बाद से वह सदमे की हालत में हैं। मीडिया से बात करते हुए हुड ने कहा ‘जब मौत की सजा दी जा रही थी तो उसके (केनेथ स्मिथ) चेहरे पर आश्चचर्य के भाव साफ देखे जा सकते थे। इन परिस्थितियों में यह बताना मुश्किल है कि वह क्या था, लेकिन उस दौरान हम सभी के चेहरे पर डर था। वह ऐसे पल थे, जो हमेशा मेरे साथ रहेंगे।
पादरी ने बताया कि ‘अधिकारियों ने कहा था कि नाइट्रोजन गैस से कुछ ही पलों में केनेथ की मौत हो जाएगी और इसमें उसे दर्द भी नहीं होगा। उन्होंने दावा किया था कि यह किसी की जान लेने का सबसे मानवीय तरीका है, लेकिन जो मैंने देखा वह बेहद डरावना था, स्मिथ ऐसे तड़प रहा था, जैसे पानी बिन मछली और वह छटपटा रहा था।’
बहुत तड़पा था केनेथ
साल 1988 में एक महिला की हत्या का आरोप में केनेथ स्मिथ को मौत की सजा दी गई थी। अमेरिका में पहली बार किसी कैदी को नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा दी गई। सजा के दौरान केनेथ को फेसमास्क के जरिए नाइट्रोजन गैस सुंघाई गई। इसके कुछ ही मिनट बाद केनेथ छटपटाया, फिर उसकी सांस फूली और इसके बाद उसकी मौत हो गई। नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा देने के खिलाफ आवाज उठनी शुरू हो गई है। व्हाइट हाउस ने भी इस तरीके पर चिंता जताई, तो संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संगठन ने भी इसकी आलोचना की। यूरोपीय यूनियन ने भी मौत के इस तरीके को अमानवीय करार दिया है।