अहमदाबाद। गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) में बीते 22 साल से तैनात अतिरिक्त जनसंपर्क अधिकारी हितेश पंड्या ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. हितेश पंड्या ने देर शाम गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. सूत्रों के अनुसार हितेश पंड्या के इस्तीफे की वजह उनकेबेटे अमित पांड्या के कॉनमेन किरण पटेल से सामने आए कनेक्शन बताया जा रहा है.
जम्मू कश्मीर पुलिस ने पिछले दिनों ठगी के आरोप में किरण पटेल को गिरफ्तार किया था और इस मामले में हितेश पंड्या के बेटे अमित पांड्या को भी पूछताछ के लिए जम्मू-कश्मीर बुलाया. कॉनमेन किरण पटेल को इस महीने की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का अधिकारी बताने के फर्जीवाड़े मामले का खुलासा होने के बाद गिरफ्तार किया था.
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 73 वर्षीय हितेश पांड्या ने कहा, ‘मैंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री (भूपेंद्र पटेल) को सौंप दिया है. किसी ने मुझे इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा. मुझे लगा कि मुझे इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने बताया कि वे अपना लंबित कार्य 31 मार्च तक समाप्त कर मुख्यमंत्री कार्यालय से मुक्त हो जाएंगे.
रिपोर्ट के अनुसार, अपने इस्तीफे से कुछ घंटे पहले हितेष पंड्या ने स्वीकार किया कि उनके 43 वर्षीय बेटे अमित ने इस महीने किरण पटेल के साथ व्यावसायिक उद्देश्य के लिए उनकी सहमति से जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था. अमित और जय सीतापारा नामक एक अन्य व्यक्ति किरण पटेल के साथ थे, जब उन्हें इस महीने की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने बताया कि मामले में पूछताछ के लिए अमित और सीतापारा को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुलाया है.
पंड्या के अनुसार, किरण पटेल के खिलाफ मामले में अमित निर्दोष हैं. अपने बेटे के मौजूदा ठिकाने के बारे में पूछे जाने पर पांड्या ने कहा, ‘वह वास्तव में कश्मीर में है. और मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि उन्हें जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा गवाह के रूप में अपना बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया था. हितेष पांड्या के मुताबिक, उनका बेटा अपनी फर्म सेफ सॉल्यूशन के जरिए सीसीटीवी कैमरे जैसे घरेलू सुरक्षा उपकरणों का कारोबार करता है. उन्होंने यह भी कहा कि अमित बीजेपी से जुड़े रहे हैं और गुजरात के नॉर्थ जोन में पार्टी के सोशल मीडिया सेल के संयोजक थे.