रायपुर : राजधानी रायपुर में बैंक में बंधक फ्लैट को बेचने के नाम पर 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। टिकरापारा थाना पुलिस ने आरोपित के खिलाफ अपराध कायम कर जांच शुरू कर दी है।
दरअसल, बूढ़ापारा निवासी कल्पेश रायचुरा ने थाने में धाखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। प्रार्थी ने बताया कि विकास वसंत की टिकरापारा संतोषी नगर चौक में टाइल्स की दुकान थी। गुजराती होने के कारण कुछ समय पूर्व उससे परिचय हुआ था। प्रार्थी को मकान की आवश्यकता थी। इसको लेकर विकास वसंत से भी चर्चा की गई थी। विकास वसंत ने बताया था कि उसके पास ऋषभ रेसिडेंसी न्यू राजेंद्र नगर में फ्लैट है, जिसको वह बेचना चाहता है। विकास वसंत के फ्लैट को देखने के लिए प्रार्थी अपने भाई हितेश रायचुरा के साथ गया। दोनों भाई को फ्लैट पसंद आ गया। ऋषभ रेसिडेंसी में विकास ने अपनी पत्नी रीना पंसारी वसंत से मुलाकात करवाई थी।
उसने बताया कि वह फ्लैट उसकी पत्नी के नाम पर ही है। फ्लैट का सौदा 36 लाख रुपये में तय हुआ। इसके बाद पहले चेक के माध्यम से चार लाख रुपये दे दिए। छह माह में फ्लैट की रजिस्ट्री करवाने की बात कही गई। समय-समय पर विकास वसंत को पैसा देते रहने की बात कही गई। प्रार्थी ने अलग-अलग किश्तों में कुल 15 लाख रुपये दे दिए। इसके बाद यह तय हुआ कि बचे हुए 21 लाख रुपये रजिस्ट्री के पहले बैंक से फाइनेंस कराकर दे देंगे। जब बैंक से फाइनेंस कराने के लिए फ्लैट के पेपर की जरूरत पड़ी तो विकास और उसकी पत्नी से फ्लैट के पेपर की मांग की गई। दोनों बार-बार घूमाते रहे। प्रार्थी ने जब फ्लैट के बारे में पता किया तो, फ्लैट पहले से बैंक में बंधक होने की बात सामने आई। इसके बाद आरोपित ने 15 लाख का चेक प्रार्थी को दिया, लेकिन वह चेक बाउंस हो गया। कई बार पैसे मांगने के बाद भी उसने पैसे वापस नहीं दिए।