रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार की दोपहर राजधानी रायपुर के राजीव भवन में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे, अमरजीत भगत, सत्यनारायण शर्मा, धनेंद्र साहू भी प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद रहे।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा- छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है। विधानसभा में विपक्ष ने कानून व्यवस्था पर स्थगन लाया था, फिर भी कानून व्यवस्था में कोई सुधार नहीं आया। श्री बघेल ने कहा- प्रदेश में आदिवासियों की गिरफ्तारी की जा रही है, मंत्रियों के परिजनों का वीडियो वायरल हो रहा है। रेत, शराब माफिया को लेकर भाजपा नेताओं के बीच झगड़ा चल रहा है। भाजपा नेताओं को ही पीट दिया जा रहा है। हमारे काफिले को रोककर गुंडागर्दी की गई, एसपी और थानेदार भी गुंडों से डरते हैं।
स्कूल में दुराचार को दबा रही सरकार
श्री बघेल ने आगे कहा- भिलाई के स्कूल में 4 साल की बच्ची के साथ दुराचार के मामले में
एसपी ने कह दिया जांच हो गई और मामला दबा दिया गया। पास्को के अंतर्गत सबसे पहले ऍफ़आईआर दर्ज करनी होती है। लेकिन इस मामले में ऍफ़आईआर के बाद जांच होती है, ऍफ़आईआर ही दर्ज नहीं की गई। मेडिकल रिपोर्ट में प्राइवेट पार्ट में जख्म की पुष्टि हुई है, मामला सरकार की जानकारी में है, फिर भी कार्रवाई नहीं की गई।
प्रिंसिपल का पॉलीग्राफी टेस्ट हो: चौबे
प्रेस कान्फ्रेंस में मौजूद पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा- प्रिंसिपल का पॉलीग्राफी टेस्ट क्यों नहीं होना चाहिए? ऐसे प्रकरण की जांच क्या स्कूल के प्रिंसिपल करेंगे। मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार इस तरह की घटनाओं पर कार्रवाई तक नहीं कर रही।