आटे का दीपक दूर करेगा जीवन की हर मुसीबत, जानें इन्हें जलाने के नियम

आज के दौर में शायद ही कोई व्यक्ति ऐसा होगा जिसे कोई समस्या या परेशानी ना होगा। हर व्यक्ति किसी ना किसी कारण से परेशान है और इसके लिए वह समाधान भी ढूंढता रहता है। ज्योतिष शास्त्र में व्यक्ति की कई परेशानियों के हर भी हैं, जिन्हें अपनाकर व्यक्ति सरल जीवन जी सकता है। तो आइए जानते हैं उन्हीं में से कुछ उपायों के बारे में जो कि आपको परेशानियों से जल्द छुटकारा दिला सकते हैं।
आटे की दीपक का उपाय
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, हर व्रत, अनुष्ठान, पूजा हो सबसे पहले वहां दीपक जलाया जाता है। क्योंकि दीप प्रज्वलित करने से सकारात्मक वातावरण का संचार होता है। आपको बता दें कि सभी प्रकार के दीपक में सबसे शुद्ध और पवित्र आटे के दीपक को माना जाता है।
कहा जाता है कि, देवी-देवताओं की पूजा में आटे के दीपक का जलाने से हर प्रकार की मनोकामना पूर्ण होती है। आटे का दीपक जलाने से आपकी कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। लेकिन किस आटे के दीपक से कौन सी समस्या दूर होती है और इसे कहां लगाना चाहिए। आइए जानते हैं
- गेहूं के आटे की दीपक से विवाद में विजय प्राप्त होती है।
- उड़द के आटे से बने दीपक पर शत्रु से सफलता मिलती है।
- मूंग के आटे से बने दीपक से परिवार में शांति आती है।
आटे के दीपक जलाने का नियम
किसी भी मनोकामना की पूर्ति के लिए आटे के दीपक घटते या बढ़ते क्रम में जलाए जाते हैं। उदाहरण के लिए, 11 दिन, 21 दिन और 31 दिन। ज्योतिष शास्त्र में आटे के दीयों का क्रम इस प्रकार बताया गया है। दीपक से शुरू करके इसे 11 तक लिया जाता है। उदाहरण के लिए संकल्प के पहले दिन, फिर दूसरे दिन, फिर दूसरे दिन, तीसरे दिन, तीसरे दिन, तीसरे दिन, चौथे दिन। अगले दिन से, दीपक फिर से घटते क्रम में जलाए जाते हैं। जैसे 10, फिर 9 फिर 7 फिर 5 फिर 3 और फिर 1।