भिलाई : मीशो और फ्लिपकार्ट जैसी आनलाइन कंपनियों से लाखों रुपये का सामान खरीदकर उसकी फर्जी डिलीवरी कर लाखों रुपये का गबन करने वाले शातिरों के एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। आरोपितों में मीशो व फ्लिपकार्ट के लाजिस्टिक कंपनी के मालिक व टीम लीडर शामिल हैं। पूरी प्लानिंग कर कुछ लोगों की आइडी से 96 नग मंहगे मोबाइल, पांच लैपटाप, तीन कैमरे, सात स्मार्ट वाच और एक जोड़ी जूते की बुकिंग की थी। इसके बाद आरोपितों ने उन सामानों की सिर्फ सिस्टम में डिलीवरी कर पूरा माल दबा लिया था। फ्लिपकार्ट कंपनी के कोरियर वेंडर ने धमधा पुलिस को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया। वहीं इस फर्जीवाड़े के मुख्य तीन आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त के बाहर हैं। जिनकी तलाश की जा रही है।
लाजिस्टिक कंपनी के मालिक व टीम लीडर ने रची थी साजिश
एसपी डा. अभिषेक पल्लव ने इस पूरे कांड का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि आरोपित अमर मंडल और अरविंद वर्मा इस फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपित हैं। ये दोनों पहले फ्लिपकार्ट और मीशो कंपनी में डिलीवरी का काम कर चुके हैं। इन दोनों आरोपितों ने मिलकर एक महीने पहले धमधा में फ्लिपकार्ट हब तैयार किया। इसके बाद इन्होंने कवर्धा में अपने परिचित दीपक साहू और मनीष दास को अपने प्लान में शामिल किया। दीपक साहू कवर्धा में पहले से मीशो के ब्रांच का मालिक था। आरोपितों ने ये योजना बनाई कि वे लोग अपने- अपने पहचान वालों के मोबाइल पर फ्लिपकार्ट की आइडी बनाकर महंगे मोबाइल, लैपटाप, स्मार्ट वाच, कैमरे और जूते आर्डर करेंगे। इसके बाद उनकी फर्जी तरीके से डिलीवरी कर पूरा माल हजम कर जाएंगे और उन्हें दुकानों में बेचकर मुनाफा कमाएंगे।
एसपी डा. अभिषेक पल्लव ने बताया कि अभी पुलिस ने इस गिरोह में शामिल दीपक साहू (33) निवासी ग्राम टप्पा शीतलापारा, थाना चिचोला जिला राजनांदगांव, मनीष कुमार दास (34) निवासी ग्राम तुमड़ीबोर, रामनगर मोहल्ला थाना डोंगरगांव जिला राजनांदगांव, कुमारी मोनिका मौर्य (19) निवासी खैरागढ़ पांडुका हाल पता पुराना बस स्टैंड के पास राजनांदगांव, विकास साहू (25) निवासी ग्राम सिनोधा माता कर्मा वार्ड नंबर 12 थाना तिल्दा नेवरा जिला रायपुर और अंकित परगनिहा (35) निवासी नेहरू नगर पश्चिम जिला दुर्ग को गिरफ्तार किया है। वहीं इस गिरोह के मास्टर माइंड अमर मंडल, अरविंद वर्मा और लोकेश साहू फरार हैं। जिनकी तलाश की जा रही है।