वरुथिनी एकादशी पर करें ये आसान उपाय, श्रीहरि की कृपा से दूर होंगे सभी दुख-दर्द

हिंदू धर्म में एकादशी तिथि को बहुत ही शुभ और उत्तम फल देनेवाला माना गया है। इस दिन जगत का पालनहार भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है। इस साल 16 अप्रैल को एक खास एकादशी है, जिसे वरुथिनी एकादशी कहा जाता है। इन दिन पूजा करने से साधकों को लक्ष्मी और नारायण दोनों की कृपा प्राप्त होती है। मान्यता है कि जो कोई व्यक्ति वरुथिनी एकादशी व्रत को विधि-विधान से करता है, उस पर श्री हरि की असीम कृपा बरसती है और उसके जीवन के सभी कष्ट पलक झपकते दूर हो जाते हैं। इस दिन किये जाने वाले कुछ खास उपायों से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

वरुथिनी एकादशी के उपाय

पूरी होगी मनोकामना

एकादशी में भगवान श्री विष्णु की पूजा के दौरान शंख का प्रयोग अत्यधिक शुभ और फलदायी माना गया है। मान्यता है कि वरुथिनी एकादशी के दिन यदि शंख से भगवान श्री विष्णु की मूर्ति को स्नान कराया जाए और इसकी पूजा के बाद इसे बजाया जाए, तो श्री हरि शीघ्र प्रसन्न होते हैं और मनचाहा वरदान देते हैं।

दूर होगी बाधा

वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान श्री विष्णु की पूजा में प्रयोग लाए जाने वाले शंख में गंगाजल भर कर पूरे घर में छिड़काव करें। इससे घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा के साथ सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है।

परिवार में शांति

वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान श्री विष्णु को शीघ्र प्रसन्न करने करने के लिए उनकी पूजा में विष्णुप्रिया तुलसी के पत्ते चढाएं। साथ ही इसे भगवान को लगाए जाने वाले भोग में भी जरूर चढ़ाएं। इससे भगवान विष्णु अत्यंत प्रसन्न होते हैं और परिवार में सुख-शांति आती है।

पीले रंग का प्रयोग

भगवान श्री विष्णु की पूजा में पीले रंग की चीजों का प्रयोग बेहद बहुत शुभ माना गया है। वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान श्री विष्णु की पूजा में पीले रंग के वस्त्र, पीले रंग के फूल, पीले रंग का चंदन, पीले रंग के फल और पीले रंग की मिठाई अर्पित करें। खुद भी पीले रंग के वस्त्र पहनें। इससे भगवान की पूजा का पूर्ण फल मिलेगा।

घी का दीया

वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान श्री विष्णु की कृपा पाने के लिए गाय के दूध से बने घी का दीया जलाकर पूजा एवं आरती करें। मान्यता है कि एकादशी की पूजा में इस उपाय को करने पर शीघ्र ही हरि कृपा बरसती है। साथ ही घर से रोक-शोक दूर होता है और खुशहाली आती है।

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