‘कागज मिटाओ, अधिकार चुराओ’ : राहुल गांधी ने बस्तर और राजनांदगांव में हजारों वन अधिकार पट्टों का रिकॉर्ड गायब होने का लगाया आरोप

रायपुर : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा पर बस्तर में 2,788 और राजनांदगांव में आधे से ज़्यादा, छत्तीसगढ़ में इस तरह हज़ारों वन अधिकार पट्टों का रिकॉर्ड अचानक लापता करने का आरोप लगाया है. वहीं भाजपा विधायक पुरंदर मिश्रा ने पलटवार करते हुए राहुल गांधी के बयान को हास्यास्पद बताया है.
वन अधिकार पट्टे को राहुल गांधी ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वन अधिकार पट्टे को लेकर एक बार फिर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सोशल मीडिया X पर पोस्ट कर लिखा कि- “कागज मिटाओ, अधिकार चुराओ”…बहुजनों के दमन के लिए भाजपा ने यह नया हथियार बना लिया है. कहीं वोटर लिस्ट से दलितों, पिछड़ों के नाम कटा देते हैं, तो कहीं आदिवासियों के वन अधिकार पट्टों को ही ‘गायब’ करवा देते हैं. बस्तर में 2,788 और राजनांदगांव में आधे से ज्यादा – छत्तीसगढ़ में इस तरह हज़ारों वन अधिकार पट्टों का रिकॉर्ड अचानक लापता कर दिया गया है.
कांग्रेस ने आदिवासियों के जल, जंगल, ज़मीन की रक्षा के लिए वन अधिकार अधिनियम बनाया – भाजपा उसे कमज़ोर कर उनका पहला हक छीन रही है. हम ऐसा नहीं होने देंगे – आदिवासी इस देश के पहले मालिक हैं और हम हर हाल में उनके अधिकारों की रक्षा करेंगे.
राहुल गांधी का बचपना बढ़ रहा है – पुरंदर मिश्रा
आदिवासियों के वन अधिकार पट्टे पर राहुल गांधी के पोस्ट पर भाजपा विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा कि राहुल गांधी का वन अधिकार पट्टे का बयान हास्यास्पद है. उमर के साथ साथ राहुल गांधी का बचपना बढ़ रहा है. राहुल गांधी को मनोपचार केंद्र में भेजना चाहिए. राहुल गांधी की बातों को उनकी पार्टी नहीं मानती दुनिया कैसे मानेगी. राहुल गांधी पहले अपने कार्यकर्ताओं की, पार्टी की चिंता करें. 3 साल तक कांग्रेस सरकार ने आदिवासियों को बोगस पट्टा दिया.