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स्कूलों, आश्रम शालाओ में पहुची डिप्टी कलेक्टर : 5 शिक्षको को शोकाज नोटिस, 2 दिनों के भीतर माँगा जवाब

सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शिक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने लगातार डिष्टी कलेक्टर निधि प्रधान के द्वारा सभी शासकीय विद्यालयों और आश्रम शालाओं औचक निरीक्षण किया जा रहा है। यह निरीक्षण कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन में किश जा रहा है। निरीक्षण के दौरान कई शिक्षकों की लापरवाही उजागर हुई, जिसके संबंध में 5 शिक्षकों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है।

शिक्षकों पर कार्रवाई

बालक आश्रम पाकेला में निरीक्षण के दौरान सहायक शिक्षक अशोक ठाकुर को 23 जुलाई को विद्यालय परिसर में नशे की हालत में पाया गया। यह कृत्य न केवल छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 23 का उल्लंघन है, बल्कि बच्चों के शैक्षणिक वातावरण पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला माना गया है। साथ ही हाई स्कूल कोर्र में प्रभारी प्राचार्य बाबूलाल नाग 22 जुलाई को बिना किसी पूर्व अनुमति के अनुपस्थित पाए गए। संस्था में अवकाश आवेदन भी प्रस्तुत नहीं किया गया था। इससे विद्यालयीन शैक्षणिक गतिविधियाँ बाधित हुईं।

हिकमीरास कन्या आश्रम में प्रधान पाठक सहित दो शिक्षक पाए गए अनुपस्थित

वहीं शासकीय कन्या आश्रम शाला हिकमीरास में निरीक्षण के दौरान 14 जुलाई को सहायक शिक्षक संगीता नाग और शिक्षक श्री आरके. बिसी, शिक्षक भी बिना किसी सक्षम अनुमति के अनुपस्थित पाए गए। इसी प्रकार प्रधान पाठक दिलीप सिंह ठाकुर, शासकीय कन्या आश्रम शाला हिकमीरास 10 से 14 जुलाई तक लगातार विद्यालय से अनुपस्थित रहे

अनुशासनहीनता पर कड़ी चेतावनी

कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने कहा कि, शैक्षणिक कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर संबंधित शिक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में शिक्षकों को 2 दिवस के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है कि, यदि जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया ता, छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1966 के अंतर्गत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। जिसका ज़िम्मेदारी संबंधित अधिकारी की होगी।

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