राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगाव जिले में पुलिस ने एक अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में सफलता हासिल की है। पुलिस के मुताबिक फिल्मी स्टाइल में एक व्यवसायी को ब्लैकमेल करने के लिए उसके कर्मचारी को पहले मौत के घाट उतारा गया, जिसके बाद व्यापारी से भयादोहन कर उगाही करने की साजिश रची गई थी। पुलिस की जांच से पूरे मामले से पर्दा हटा और इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन इस पूरे मामले का मास्टर माइंड अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इस मामले में एसपी मोहित गर्ग ने प्रेस वार्ता कर मामले की जानकारी दी।
बीते दिनों राजेश जोशी नामक शख्स की लाश शहर के पार्री नाला इंडियन पब्लिक स्कूल के पास मिली, सूचना मिलने पर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई। एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि, इस बीच ज्ञानचंद बाफना, (जिसके यहां राजेश जोशी काम करता था) एक ऑटो चालक के मध्यम से दो लेटर पहुंचाया जाता है, जिसमें जेल भेजने का डर दिखाकर ब्लैकमेल करने की कोशिश की जाती है। ऑटो ड्राइवर से पूछताछ करने पर पता चला कि कुछ लोगों ने उसे यह लेटर ज्ञानचंद बाफना को देने के लिए दिया था। लेटर देने वाले लोगों से पूछताछ करने पर मामले की परतें खुलने लगी और कड़ी से कड़ी जुड़ती चली गई। जांच के दौरान पता चला कि प्रकाश गोलछा नामक शख्स इस पूरे केस का मास्टरमाइंड है और उसने सभी लोगों को कई प्रकार के आर्थिक प्रलोभन देकर इस घटना को अंजाम दिया है।
कोल्डड्रिंक में कीटनाशक पिलाकर की हत्या
इस पूरी वारदात को अंजाम देने में दयाराम साहू, मनीष खुटेल, नितेश सेन और राजेश जोशी के करीबी प्रेमेंद्र निर्मलकर ने प्रकाश गोलछा का साथ दिया और प्रकाश गोलछा के फार्म हाउस में कोल्डड्रिंक में कीटनाशक मिलाकर राजेश जोशी की हत्या की गई, जिसके बाद प्रकाश गोलछा अपनी कार में उसका शव लेकर आया और पार्री नाला के इंडियन पब्लिक स्कूल के पास छोड़कर फरार हो गया। इस मामले में दयाराम साहू, मनीष खुटेल, नितेश सेन और प्रेमेंद्र निर्मलकर को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले का मास्टरमाइंड प्रकाश गोलछा अपनी गाड़ी के साथ फरार है। पूरी साजिश ज्ञानचंद बाफना को फंसा कर ब्लैकमेल करने के लिए की गई थी।