कांग्रेस ने पेश की बलौदाबाजार हिंसा की जांच रिपोर्ट; कहा- साय सरकार की इंटेलीजेंट फेल,आगजनी के लिए ये दोषी

रायपुर : बलौदाबाजार हिंसा को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आज रविवार को अपनी जांच रिपोर्ट मीडिया के सामने पेश की। पूर्व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया के नेतृत्व में कांग्रेस की सात सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में प्रस्तुत की गई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के उपस्थिति में बलौदाबाजार की घटना की जांच के लिये बनाई गई समिति के प्रमुख डहरिया ने अपनी जांच रिपोर्ट मीडिया के समक्ष सार्वजनिक किया।
समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट में आरोप लगाया कि बलौदाबाजार में हुई आगजनी की भयावह घटना शासन प्रशासन की बड़ी लापरवाही और साय सरकार की इंटेलीजेंट के फेल हो जाने के कारण हुई। समय रहते सरकार-प्रशासन सचेत हो जाता और समाज के सीबीआई जांच की मांग को पहले ही मान लेता तो प्रदेश को शर्मसार करने वाली घटना से बचा जा सकता था। पूरी घटना के लिये प्रदेश की भाजपा सरकार दोषी है। लचर कानून व्यवस्था, प्रशासन की निरंकुशता और लापरवाही से बलौदाबाजार में सतनामी समाज के आंदोलन में असामाजिक तत्वों की घुसपैठ हुई और इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया गया। जांच समिति ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने और जो निरपराध हैं उन्हें कार्यवाही से मुक्त करने की मांग की है।
कांग्रेस जांच कमेटी के मुख्य बिंदु
15 मई 2024 की दरम्यानी रात गिरौदपुरी के महकोनी गांव के जैतखाम को किसी अज्ञात लोगों ने आरी से काटकर गिरा दिया था।
17 मई 2024 को सतनामी समाज की ओर से उक्त घटना के खिलाफ गिरौदपुरी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया गया।
पुलिस प्रशासन ने बिहार प्रांत के तीन लोगों को आनन-फानन घटना का दोषी मानकर पकड़ लिया और पुलिस द्वारा यह बताया गया कि एक ठेकेदार के अंदर ये काम करने वाले मजदूर थे, जिन्हें मजदूरी नहीं मिलने पर गुस्से में जैतखाम को काटा गया।
सतनामी समाज पुलिस की उक्त कार्यवाही से संतुष्ट नहीं हुए और समाज के द्वारा यह कहा गया कि ठेकेदार द्वारा भुगतान नहीं किये जाने से जैतखाम तोड़े जाने का क्या संबंध ? सतनामी समाज द्वारा घटना की सीबीआई जांच एवं वास्तविक अपराधियों को पकड़ने के लिए गिरौदपुरी में बड़ी बैठक की जिसमें हजारों की संख्या में सतनामी समाज के लोग शामिल हुए।
सरकार और प्रशासन द्वारा समुचित संज्ञान न लिये जाने पर 07 जून को प्रशासन को 10 जून को बलौदाबाजार में आंदोलन करने का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने वालों में समाज के पदाधिकारियों के साथ भाजपा के जिलाध्यक्ष श्री सनम जांगड़े भी शामिल थे।
10 जून के आंदोलन के लिए सोशल मीडिया में भीम आर्मी व अन्य संगठनों के द्वारा भारी संख्या में सामाजिक लोगों को शामिल होने की अपील प्रसारित करते रहे।
सभा में महाराष्ट्र व अन्य प्रांतों के लोग भी वाहनों में आये और कुछ लोग एक दिन पहले आकर बलौदाबाजार में रुके रहे।
10 जून को बलौदाबाजार के दशहरा मैदान में सुबह से ही भारी संख्या में लोगों का आना-जाना चालू हो गया और लगभग 10 हजार की भीड़ उपस्थित हुई और लगभग तीन घंटे तक सभा हुई। सभा के बाद रैली के माध्यम से कलेक्ट्रेट तक गये जिसमें असामाजिक तत्वों ने घुस कर आगजनी व तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिये।