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छत्तीसगढ़ की एकलौती सेंट्रल यूनिवर्सिटी को नैक से मिला ए डबल प्लस ग्रेड

बिलासपुर। प्रदेश की इकलौती सेंट्रल यूनिवर्सिटी गुरू घासीदास यूनिवर्सिटी ने नैक असेसमेंट में लंबी छलांग लगाई है, नैक द्वारा जारी ग्रेडिंग में सेंट्रल यूनिवर्सिटी को ए डबल प्लस ग्रेड प्राप्त हुआ है। सेंट्रल यूनिवर्सिटी का 7 बिन्दु पैमाने पर 3.62 सीजीपीए आया है। नैक की सर्वोच्च ग्रेडिंग मिलने पर यूनिवर्सिटी में जश्न व उत्साह का माहौल है। नैक की 6 सदस्यीय टीम ने इसी माह की 15 तारीख को दुबारा निरीक्षण करने पहुंची थी और तीन दिनों तक नैक की पियर टीम सेंट्रल यूनिवर्सिटी में घूम-घूमकर सभी डिपार्टमेंट का निरीक्षण किया था। इससे पूर्व गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में फरवरी 2014 में नैक टीम का निरीक्षण हुआ था। उसके बाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी को बी-ग्रेड प्राप्त हुआ था और फरवरी वर्ष 2019 में यूनिवर्सिटी की नैक ग्रेडिंग समाप्त हो गई थी। इस बीच पांच सालों तक यूनिवर्सिटी अपने यहां नैक निरीक्षण नहीं करा पाई थी।

पिछले साल 2023 में यूनिवर्सिटी ने नैक निरीक्षण के लिए आईआईक्यूए अपलोड किया फिर एसएसआर सबमिट किया था। इसके बाद दो माह पहले ही नैक की 6 सदस्यीय टीम यूनिवर्सिटी निरीक्षण करने आई थी। नैक टीम ने 29 से 31 जनवरी तक यूनिवर्सिटी का निरीक्षण किया, जिसके बाद टीम ने अच्छी ग्रेडिंग के लिए रिकमंड किया था, किन्तु ए डबल प्लस ग्रेडिंग पर जाकर मामला अटक गया, इसलिए नैक की दूसरी टीम पिछले दिनों दोबारा यूनिवर्सिटी का निरीक्षण करने पहुंची थी। नैक की तैयारी यूनिवर्सिटी में लंबे समय से जोर-शोर से चल रही थी, जिसके परिणाम स्वरूप यूनिवर्सिटी को एक डबल प्लस ग्रेड प्राप्त हुआ है।

देश की टॉप ग्रेड यूनिवर्सिटी में आ गए – प्रो. चक्रवाल

गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल ने नैक से यूनिवर्सिटी को एक डबल प्लस ग्रेड मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए इसे सतत पौने तीन साल के परिश्रम का परिणाम बताया, उन्होंने इसका श्रेय यूनिवर्सिटी के पूरे परिवार को दिया है। उन्होंने नैक ए डबल प्लस ग्रेड मिलने के आगामी लाभ के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अब हम देश के टॉप ग्रेड यूनिवर्सिटी में आ गए हैं और हमारा स्कोर 4 में से 3.62 आया है जो पूरे पांच साल के लिए रहेगा।

उन्होंने बताया कि जैसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति तहत चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड पाठ्यक्रम शुरू करना है, जो बारहवीं पास के बाद होता है, तो उसके लिए नैक का ए-ग्रेड या उससे ऊपर की रैकिंग होनी चाहिए, इसलिए हम अगर चार वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम शुरू कर पाएं तो छत्तीसगढ़ के बच्चों के लिए बहुत अच्छा हो जाएगा। हम एलिड क्लास में चले गए है जिसका लाभ कई वर्षों तक मिलेगा और यूनिवर्सिटी और ऊंची छलांग लगाएगी।

जश्न का माहौल

नैक की ए डबल प्लस ग्रेडिंग रात को जारी हुई और सुबह यूनिवर्सिटी खुलते ही यह खबर पूरे कैंपस में फैल गई, इसके साथ ही यूनिवर्सिटी के अधिकारियों-कर्मचारियों, शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं में खुशी की लहर दौड़ गई और चारों तरफ उत्साह, जश्न का माहौल है।

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