रायपुर : दिल्ली के मयूर विहार स्थित एक मकान चला रहे फर्जी काल सेंटर से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय दिल्ली के गिरोह को पुलिस ने पकड़ा है। बीमा कंपनी का प्रीमियम भरने का झांसा देकर दक्षिण कोरिया में पदस्थ इंजीनियर को ठगी का शिकार बनाया था।
पुलिस ने ऋषभ द्विवेदी निवासी पछपरहरा थाना मनगवां जिला रीवा मध्यप्रदेश, नितिन मिश्रा निवासी लक्ष्मणपुर थाना सगरा जिला रीवा मध्यप्रदेश और अरूण कुमार दुबे निवासी जीजी कालोनी फेस 03, मयूर विहार दिल्ली को गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों ने 16 लाख की ठगी की थी। आरोपितों के कब्जे से तीन नग मोबाइल फोन और विभिन्न बैंक के एटीएम कार्ड, नकदी रकम ढाई लाख रुपये और सतना, रीवा, देवास के विभिन्न फर्जी बैंक अकाउंट के खाते की जानकारी प्राप्त हुई है, जिसमें करोड़ों रुपये का लेन-देन होना पाया गया है।
प्रार्थी हेमंत कुमार साहू ने डीडी नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया कि उनके साढ़ू मूलतः सुंदर नगर निवासी आदित्य गुल्हानी दक्षिण कोरिया में रहते हैं। दक्षिण कोरिया में निजी कंपनी में इंजीनियर हैं। उनसे रायपुर में 16 लाख की आनलाइन ठगी हो गई। इंजीनियर का सुंदर नगर में घर है। जब रायपुर आए थे तब उनके पास बीमा कंपनी के मैनेजर के नाम से फोन आया। उन्हें पालिसी की किश्त जमा करने का झांसा दिया गया। उन्होंने नौ लाख जमा कर दिया। सात जनवरी को फिर फोन आया। इस बार उन्होंने सात लाख जमा कर दिया।
ठग ने फोन कर उन्हें झांसा दिया कि उन्होंने गलत खाते में पैसा जमा कर दिया है। उन्हें दूसरा खाता नंबर भेजा गया है। उसमें पैसा जमा करें। उनका पैसा वापस कर दिया जाएगा, तब इंजीनियर को शक हुआ। उन्होंने अपने एजेंट नितिन से बातचीत की। फिर कंपनी के जिम्मेदारों से संपर्क किया और पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ गया। इंजीनियर ने अपने रिश्तेदार को डीडी नगर थाना भेजकर रिपोर्ट दर्ज कराई है। ठगी के मामले को गंभीरता से देखते हुए पुलिस ने पतासाजी शुरू की।
इसी दौरान अज्ञात आरोपितों की गिरफ्तारी में लगी टीम को तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से आरोपितों को दिल्ली के मयूर विहार में लोकेट करने में सफलता प्राप्त हुई, जिस पर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना डीडी नगर पुलिस की संयुक्त टीम को दिल्ली रवाना किया गया।