रायपुर : सड़क लोगों को मंजिल तक पहुंचती है, लेकिन अगर इसी सड़क पर आपने लापरवाही बरती तो यह जानलेवा साबित हो जाती है. सुहाना सफर हादसों में तब्दील हो जाता है. एक साल में छत्तीसगढ़ में सड़क हादसों के हैरान कर देने वाले अकड़े सामने आए हैं. इसके अलावा इन हादसों में होने वाली लोगों की मौत की संख्या में भी इजाफा हुआ है.
स्पीड के साथ मौत का बढ़ता आंकड़ा
छत्तीसगढ़ में इस साल न सिर्फ सड़क हादसों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है, बल्कि इन सड़क हादसों में होने वाली लोगों की मौत का आंकड़ा भी बढ़ा है. गाड़ियों की टक्कर से सिर्फ गाड़ी क्षतिग्रस्त नहीं हुई. लोगों की जान भी बुरी तरह से गई. छत्तीसगढ़ में 3 सालों में 18,234 लोगों की जान गई. इनमें सबसे ज्यादा हादसे राजधानी रायपुर में दर्ज हुए.
चौंकाने वाले आंकड़े आए सामने
छत्तीसगढ़ यातायात विभाग के मुताबिक-
साल 2022
कुल दुर्घटना – 13279
मौत – 5834
रायपुर में 1911 दुर्घटनाएं, 583 मौत
साल 2023
हादसों की संख्या में 4.5% की वृद्धि हुई
कुल हादसे – 14,500
6100 मौतें
रायपुर में 1961 दुर्घटनाएं, 507 मौते
साल 2024
सड़क हादसों की संख्या में 8 % वृद्धि
कुल हादसे – 15500
मौत – 6300
रायपुर में 2040 दुर्घटनाएं, 570 मौत
रायपुर में सबसे ज्यादा सड़क हादसे
छत्तीसगढ़ में हादसों के लिहाज से राजधानी सबसे बड़ा सेंटर प्वाइंट बना हुआ है. पिछले तीन साल के आंकड़ों को देखे तो साल दर साल हादसे बढ़ते जा रहे हैं. इनमें सबसे ज्यादा सड़क हादसे रायपुर में दर्ज किए गए. हादसे सिर्फ दो व्यक्तियों की जान नहीं लेते, बल्कि पूरा परिवार सदमे में चल जाता है.
क्या है कारण
ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर ने बताया कि सड़क दुर्घटना होने का मुख्य कारण है कि लोग स्पीड पर काबू नहीं करते. शराब पीकर गाड़ी चलाना साथ ही यातायात नियम का पालन नहीं करने से सड़क दुर्घटना हो रही है. रायपुर शहर में शाम को 6:00 के बाद सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं.