CG : दुर्ग के मैत्री बाग में व्हाइट टाइगर के लिए जलाया गया अलाव, अन्य जानवरों के लिए भी किया जा रहा खास इंतजाम

दुर्ग : छत्तीसगढ़ में तापमान की गिरावट के साथ साथ ठंड का असर भी दिखना शुरू हो गया है.ऐसे में दुर्ग जिले मैं स्थित मैत्री गार्डन के व्हाइट टाइगर और वन्य प्राणियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है, मैत्री गार्डन प्रभारी ने बताया कि टाइगर को गर्म रखने के लिए अलाव जलाया जा रहा है. वहीं वन्यजीवों के बाड़े में हीटर, हैलोजन और घास से गर्मी देने की तैयारी की जा रही है. पक्षियों के पिंजरे में भी हैलोजन लगाया जा रहा है ताकि पक्षियों को रात के समय ठिठुरन न हो.

व्हाइट टाइगर के लिए जलाया गया अलाव

दुर्ग ज़िले में रात के न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट का सिलसिला जारी है. वहीं अधिकतम पारा भी लुढ़कने लगा है. न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. दिनभर धूप के बावजूद अधिकतम तापमान भी 27 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया. इससे ठिठुरन का अहसास होने लगा है. इधर भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा संचालित मैत्रीबाग में वन्य प्राणियों की सेहत का ध्यान रखते हुए केज के आसपास अलाव जलाना शुरू कर दिया गया है, जिससे उनको गर्माहट मिल सके. बीते सप्ताहभर से मौसम में आंशिक रूप से उतार-चढ़ाव की स्थिति रही.

मैत्रीबाग के चिड़ियाघर में तीन सौ से अधिक वन्य प्राणी हैं. टाउनशिप क्षेत्र में हरियाली की वजह से यहां अधिकतम और न्यूनतम दोनों ही तापमान अन्य स्थानों की अपेक्षा एक से दो डिग्री कम रहता है. इस वजह से यहां वन्य प्राणियों का विशेष ख्याल रखने के लिए मैत्रीबाग के कर्मचारी लग गए हैं. वन्य प्राणियों को ठंड से राहत दिलाने के लिए शाम के समय अलाव की व्यवस्था उनके केज के सामने करना शुरू कर दी गई है।वहीं मैत्रीबाग प्रभारी एन के जैन ने बताया कि लगातार ठंड बढ़ता जा रहा है, रात में 10 से 12 डिग्री टेंपरेचर पहुंच रहा है इसको मत देना जरा रखते हुए खासकर सफेद शेरों काफी संवेदनशील होते हैं, इसके चलते अलाव जलाकर उन्हें ठंड से बचाव किया जा रहा है, बाकि वन्यजीवों के लिए गरम रखने की व्यवस्था की जा रही है.

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