बिलासपुर विधानसभा : हाई-प्रोफाइल सीट में शैलेष पांडेय के सामने चुनावी मैदान में भाजपा के कद्दावर नेता अमर अग्रवाल

रायपुर : बिलासपुर विधानसभा से विधायक शैलेष पांडेय और भाजपा के कद्दावर नेता अमर अग्रवाल है नामचीन चेहरे चुनाव मैदान में जी हां बिलासपुर लोकसभा की अधिकांश सीटों पर मुकाबला रोचक है। चुनाव से लेकर मतगणना तक सभी सीटें चर्चा में रहने वाली है। कारण भी साफ है। इन सीटों पर कांग्रेस व भाजपा के नामचीन चेहरे चुनाव मैदान में नजर आ रहे हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी- शैलेष पांडेय
2018 विधानसभा के विजेता रहे शैलेष पांडेय पर कांग्रेस का भरोसा, शैलेष पांडेय के नाम कांग्रेस के गढ़ पर कब्जा करने वालों में शुमार हो गया है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव व राजनीति में आने से पहले राज्य की निजी विश्वविद्यालय सीवी रमन विश्वविद्यालय के कुलसचिव थे। इस दौरान उन्होंने समाजिक क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई। तीन बार के मंत्री और लगातार चार बार के विधायक अमर अग्रवाल को हराया। मतगणना स्थल पहुंचने के पूर्व शैलेश पांडे पहुंचे देवकीनंदन स्थित हनुमान मंदिर करी पूजा अर्चना और प्रार्थना की |
भाजपा प्रत्याशी- अमर अग्रवाल
अविभाजित मध्यप्रदेश के दौर में बिलासपुर विधानसभा कांग्रेस का गढ़ था। राज्य गठन के बाद कांग्रेस के गढ़ पर भाजपा ने सेंध लगाई और अमर अग्रवाल विधायक बने। वर्ष 1998 में भाजपा ने युवा मोर्चा की राजनीति करने वाले अमर अग्रवाल को चुनाव मैदान में उतारा। वे पहली बार विधानसभा लडें और विजय हुए उनके विरूद्ध कांग्रेस के कद्दावर नेता व मप्र के पूर्व मंत्री बीआर यादव थे। जिन्हें पराजित कर कांग्रेस के गढ़ में कब्जा किया। तब से वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव उन्होंने लगातार जीता। मतगणना स्थल पहुंचने के पूर्व भाजपा प्रत्याशी अमर अग्रवाल शिवजी के मंदिर पहुचकर आरती की व जीत के आशीर्वाद के लिए प्रार्थना किए|