शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला : अनिवार्य होगी 5वी-8वी की केन्द्रीयकृत परीक्षा, इस बार नहीं मिलेगी निजी स्कूलों को छुट

रायपुर। जिले के निजी स्कूलों को इस बार पांचवी-आठवीं की परीक्षा में अनिवार्य रूप से शामिल हौना होगा। इसे लैकर जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा सत्र के आरंभ में ही आदेश जारी कर दिया गया है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 सेपुनः पांचवी-आठवीं की केंद्रीकृत परीक्षाओं की शुरुआत की गई थी। केंद्रीकृत परीक्षा संबंधित यह आदेश दिसंबर के बाद जारी हुआ। निजी स्कूल इसका विरोध करते हुए कोर्ट पहुंचे थे। उनका तर्क था कि केंद्रीकृत परीक्षा संबंधित जानकारी सत्र के प्रारंभ में नहीं दिए जाने के कारण छात्रों की तैयारी इसके अनुरूप नहीं कराई गई है। इसके आधार पर उन्हें परीक्षा में शामिल होने से छूट दी गई थी।

न्यायालय के आदेश पक्टात निजी स्कूलों के लिए व्यवस्था की गईं कि वे अपनी इच्छानुसार कैंद्रीकृत परीक्षा में शामिल ही सकते हैं अथवा स्वयं ही अपने छात्रों के लिए परीक्षा आयोजित कर सकते हैं। प्रदेशभर के कुछ निजी स्कूल ही जिले स्तर पर आयोजित केंद्रीकृत परीक्षा में शामिल हुए थे। वर्तमान सत्र में पुनः इस तरह की स्थिति उत्प्र ना ही, इसलिए सब्र के प्रारंभ से ही केंद्रीकृत परीक्षा को लैकर जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सभी निजी व शासकीय अनुदान प्राप्त शालाओं के लिए सत्र के अंत मैं आयोजित हीने वाली कैंद्रीकृत परीक्षा में शामिल हौना अनिवार्य होगा|

अनुततीर्ण किए जाने को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं

बीते सत्र में हुई परीक्षा में 5वीं-8वीं के छात्रों के लिए यह व्यवस्था की गई थी कि यदि वे फेल ही जाते हैं तो भी उन्हें अगली कक्षा मैं प्रवेश दिया जाएगा। नए सब्र मैं उत्तीण-अनुत्तीर्ण व्यवस्था को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। केवल केंद्रीकृत परीक्षा को सबके लिए अनिवार्य किया गया है।

‘छग बोर्ड से ही पढ़ाई

केंद्रीकृत परीक्षा नहीं होने के कारण प्रदेश में बड़ी संख्या में ऐसे निजी विद्यालय हैं, जिन्होंने मान्यता सीजी बोर्ड की ली हुई है तैकिन अपने यहां सीबीएसई का पाठ्यक्रम संचालित करते थे। कैंद्रीकृत परीक्षा की घोषणा होने के बाद इन स्कूलों ने पिछले सत्र में परीक्षा से कुछ दिन पहले ही पालकों को सीजी बोर्ड पाठ्यक्रम से परीक्षा हौने की सूचना दी थी। इसका पालकों द्वारा विरोध भी किया गया था। कई स्कूलों की शिकायत जिला शिक्षा कार्यालय मैं की गई थी। चूंकि अब कैंद्रीकृत परीक्षा होगी, इसलिए छग बोर्ड से मान्यता प्राप्त करने वाले विद्यालय को इसी बोर्ड में अध्यापन कराना हौगा।

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