बजरंग दल की दो टूक : कहा “छत्तीसगढ़ को केरल बनाने की कोशिश बर्दाश्त नहीं, धर्मांतरण पर बने सख्त कानून”

बिलासपुर : छत्तीसगढ़ में धर्मातरण और मानव तस्करी के हाईप्रोफाइल मामले में एनआईए कोर्ट से दोनों नन को शनिवार को जमानत मिल गई है। वहीं मामले के बाद अब बजरंग दल ने इस मुद्दे पर कड़ा ऐलान किया है। बजरंग दल ने कहा- अगर कोई छत्तीसगढ़ को केरल बनाने की कोशिश करेगा, तो बजरंग दल ऐसा होने नहीं देगा। उन्होंने मांग की कि सरकार धर्मांतरण पर सख्त कानून बनाए।
दरअसल, बिलासपुर पहुंचे बजरंग दल के नेता ऋषि मिश्रा ने कहा कि, अगर कोई धर्मांतरण करते हुए पाया गया, तो बजरंग दल कानून के दायरे में रहकर हर हद तक जाएगा। साथ ही उन्होंने प्रदेश में मानव तस्करी के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जताई और इस पर सख्त कार्रवाई की मांग की। बजरंग दल के प्रांतीय संयोजक ने कहा कि वे न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं, लेकिन इस मामले में मानव तस्करी के गंभीर आरोपों की निष्पक्ष जांच बेहद जरूरी है।
मानव तस्करी का चल रहा खेल – ऋषि मिश्रा
ऋषि मिश्रा ने कहा कि, दोनों आरोपी नन आदिवासी युवतियों को अपने साथ लेकर एसी 2 टियर कोच में आगरा ले जा रही थीं। जिससे साफ प्रतीत होता है कि यह एक संगठित योजना का हिस्सा हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि, प्रदेश में बड़े स्तर पर मानव तस्करी का खेल चल रहा है, जिसमें आदिवासी अंचल के गांव-गांव से लड़कियों को बाहर भेजा जा रहा है। मिश्रा ने मांग की कि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
धर्मातरण के खिलाफ जारी रहेगी लड़ाई
बजरंग दल के खिलाफ दर्ज शिकायतों को लेकर मिश्रा ने दो टूक कहा कि बजरंग दल के कार्यकर्ता किसी से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि, धर्मातरण के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी और संगठन हर स्तर पर इसके खिलाफ वैधानिक तरीके से लड़ाई लड़ेगा।