रायपुर : विधानसभा चुनाव 2018 में प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस की लहर सी चली। भाजपा सत्ता में थी और कांग्रेस सत्ता पाने के लिए भाग्य आजमा रही थी। प्रदेश के 90 विधानसभा सीटों में चुनाव हुए। इन सीटों में 14 विधानसभा सीट ऐसी थी कि प्रत्याशियों के बीच जीत-हार का अंतर 5 हजार से कम रहा। वहीं 6 विधानसभा सीट में प्रत्याशियों के बीच जीत-हार का अंतर 50 हजार से ज्यादा रहा है। इस बार इन विधानसभाओं में स्थिति बदलेगी इस पर दोनों की पार्टी की नजर है।
सबसे कम 464 वोट से धमतरी व 870 वोट से खैरागढ़ में निर्णय
पूरे विधानसभा क्षेत्र में जीत-हार का अंतर सबसे कम धमतरी विधानसभा का रहा। यहां से भाजपा के रंजना दीपेन्द्र साहू ने महज 464 वोटों से कांग्रेस के निकटतम प्रत्याशी गुरुमुख सिंह होरा को हराया। रंजना को 63198 वोट मिले। वहीं होरा ने 62734 वोट प्राप्त किया था। दूसरा सबसे कम हार-जीत का अंतर वाला विधानसभा खैरागढ़ रहा । इस विधानसभा में जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी देवव्रत सिंह ने 870 वोट से जीत पाई। देवव्रत ने निकटतम प्रत्याशी भाजपा के कोमल जंघेल को मात दी। देवव्रत को 61516 और जंघेल को 60646 वोट मिले थे।
4 से 5 हजार अंतर से हार
3 विधानसभा क्षेत्र में जीत-हार का अंतर 4 से 5 हजार रहा है। मनेन्द्रगढ़ में कांग्रेस प्रयाशी डॉ. विनय जायसवाल और भाजपा के श्याम बिहारी जायसवाल के बीच जीत हार का अंतर 4011 वोटों का रहा। यहां कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. विनय ने 34803 वोट लेकर जीत पाई। भाजपा के श्याम बिहारी को 30793 वोट मिले। कुनकुरी सीट में कांग्रेस प्रत्याशी यूडी मिंज ने भाजपा प्रत्याशी भरत सांई को 4 हजार 293 वोटों से हराया। मिंज को 69896 और साई को 65603 वोट मिले। जांजगीर चांपा में भाजपा के नारायण चंदेल ने कांग्रेस प्रत्याशी मोतीलाल देवांगन को 4188 वोटों से पराजित किया। चंदेल को 54040 और देवांगन को 49852 वोट प्राप्त हुए।
इनमें भी हार का अंतर 3 हजार से कम
पिछले चुनाव में 6 विधानसभा में जीत-हार का अंतर 3 हजार से कम रहा। कोंडागांव विस में कांग्रेस प्र्याशी मोहन मरकाम और भाजपा प्रत्याशी लता उसेंडी के बीच अंतर 1796 वोटों का रहा। एससी आरक्षित सीट पर कांग्रेस के मरकाम को 61582 वोट लेकर जीत दर्ज की। भाजपा प्रत्याशी उसेंडी को 59786 वोट मिले। बलौदाबाजार सीट में जोगी कांग्रेस के प्रमोद शर्मा ने कांग्रेस के जनक वर्मा को 2129 मतो से हराया। शर्मा को 65251 और वर्मा को 63221 वोट मिले। दंतेवाड़ा विधानसभा में भाजपा के भीमा मंडावी ने कांग्रेस के देवती कर्मा को 272 वोटों से शिकस्त दी। मिलाईनगर विधानसभा में कांग्रेस के देवेन्द्र यादव ने भाजपा प्रत्याशी प्रेमप्रकाश पांडेय को 2849 वोटों से हराया। नारायणपुर विधानसभा में कांग्रेस के चंदन कश्यप ने भाजपा के केदार कश्यप को 2647 मतों से ‘हराया। तखतपुर विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी रश्मि सिंह ने जोगी कांग्रेस के संतोष कौशिक को पराजित कर 2991 वोटों से जीत पाई।
50 हजार से ज्यादा वोटों से छह विधानसभाओं में जीत हार
प्रदेश में छह विधानसभा ऐसी हैं जहां वर्ष 2018 के चुनाव में प्रत्याशियों के बीच जीत-हार का अंतर 50 हजार से भी ज्यादा रहा है। प्रदेश में सबसे ज्यादा वोटों के अंतर से कवर्धा विधानसभा का नतीजा रहा है। इस विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी मो. अकबर ने भाजपा के अशोक साहू को 59 हजार 284 वोटों के भारी अंतर से हराया। अकबर को 136320 वोट और अशोक को 77036 वोट मिले। राजिम विधानसभा में कांग्रेस के अमितेष शुक्ल ने भाजपा के संतोष उपाध्याय को 58132 वोटों से पराजित किया। शुक्ल को 99041 और उपाध्याय को 40909 वोट मिले।
खल्लारी विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी द्वारिकाधीश यादव ने भाजपा के मोनिका साहू को 56978 वोट से शिकस्त दी। यादव को 96108 और मोनिका को 39130 मत प्राप्त हुए। गुंडरदेही विधानसभा में जीत हार का अंतर 55394 रहा। यहां कांग्रेस प्रत्याशी कुंवर सिंह निषाद ने भाजपा प्रत्याशी दीपक ताराचंद साहू को हराया। निषाद को11 0369 और साहू को 54975 वोट मिले। सारंगढ़ विधानसभा अनुसूचित जाति सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी उत्तरी गनपत जांगड़े ने भाजपा के केराबाई मनहर को 52389 वोट से मात दी। जांगड़े का 101834 और मनहर को 49445 वोट प्राप्त हुए। सरायपाली विधानसभा से कांग्रेस के किस्मतलाल नंद ने भाजपा के श्याम तांडी को 52288 वोट से हराया। नंद को 100302 और तांडी को 48014 वोट मिले।
रेणु जोगी और बसपा के इंदु भी 3 हजार वोट अंतर से जीती
कोटा विधानसभा में जोगी कांग्रेस की रेणु जोगी ने भाजपा प्रत्याशी काशीराम साहू को ३ हजार 26 वोटों से हराई। रेणु को 48 हजार 800 और साहू को 45 हजार 774 वोट मिले। पामगढ़ विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी के इंदु बंजारे ने कांग्रेस के गोरेलाल बर्मन को 3 हजार 61 वोटों से पराजित किया। इंदु को 50 हजार 29 और गोरेलाल को 47 हजार 68 वोट प्राप्त हुए।