भारतीय शिक्षा बोर्ड को मंजूरी : अब माध्यमिक शिक्षा मंडल के समकक्ष, छत्तीसगढ़ में 50 स्कूल, प्रवेश इसी सत्र से

रायपुर। पतंजलि के भारतीय शिक्षा बोर्ड को माध्यमिक शिक्षा मंडल की समकक्षता प्रदान कर दी गई है। अर्थात अब माध्यमिक शिक्षा मंडल और भारतीय शिक्षा बोर्ड एक-दूसरे के समकक्ष होंगे। छात्र एक बोर्ड से दूसरे बोर्ड में जा सकेंगे। इस आदेश के बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल से मान्यता प्राप्त विद्यालय भारतीय शिक्षा बोर्ड से पढ़ाई करके आने वाले छात्रों को अपने यहां प्रवेश दे सकेंगे। उदाहरणस्वरूप, यदि किसी छात्र ने दसवीं तक पढ़ाई भारतीय शिक्षा बोर्ड से की है और 11वीं-12वीं की पढ़ाई माशिम से करना चाहता है तो स्कूलों को उन्हें प्रवेश देना होगा क्योंकि माशिम ने उक्त बार्ड को समकक्षता प्रदान कर दी है।
भारतीय शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों में प्रवेश शैक्षणिक सत्र 2025-26 से ही प्रारंभ हो गया है। प्रदेश के 10 विद्यालयों को इस बोर्ड की मान्यता प्राप्त हो चुकी है, जबकि 40 विद्यालयों को मान्यता प्रदान करने की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में सत्र 2025-26 से छत्तीसगढ़ में लगभग 50 विद्यालय ऐसे होंगे, जो इस बोर्ड से संचालित होंगे। गौरतलब है कि, प्रत्येक शिक्षा बोर्ड अन्य शिक्षा बोर्ड जो मापदंड पूर्ण करता है, उसे समकक्षता प्रदान की जाती है। ताकि छात्रों को दिक्कतें ना हो और वे एक बोर्ड से दूसरे बोर्ड में आसानी से प्रवेश प्राप्त कर सकें।
देश में 394 माध्यमिक व 170 हाईस्कूल-हायरसेकंडरी स्कूल
भारतीय शिक्षा बोर्ड के अनुसार, छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में 394 माध्यमिक शालाएं तथा 170 उच्चतर व उच्चतम विद्यालयों को भारतीय शिक्षा बोर्ड से संबद्धता प्रदान कर दी गई है। इनमें से कुछ विद्यालय ऐसे हैं, जो पहले सीबीएसई अथवा राज्य बोर्ड के अधीन थे, लेकिन अब भारतीय शिक्षा बोर्ड से संबद्धता प्राप्त कर ली है। जबकि कुछ स्कूल ऐसे हैं, जो नए हैं। जिन विद्यालयों को मान्यता प्रदान कर दी गई है, वहां प्रवेश प्रारंभ है, जबकि अन्य विद्यालयों में भी शीघ्र ही दाखिले शुरू होंगे।
राजधानी में भी खुलेगा कार्यालय
जिस तरह से सीबीएसई का मुख्य कार्यालय दिल्ली में है, उसी तरह से भारतीय शिक्षा बोर्ड का मुख्य कार्यालय हरिद्वार में है। भारतीय शिक्षा बोर्ड के छग प्रभारी छबि राम साहू के अनुसार, राजधानी रायपुर में भी इसका क्षेत्रीय कार्यालय शीघ्र ही प्रारंभ किया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। रायपुर के अलावा अन्य संभाग में भी कार्यालय खोले जाने का विचार किया जा रहा है।