भोपाल : लंबे समय से निगम-मंडल, बोर्ड, आयोग और विकास प्राधिकरणों में ताजपोशी का इंतजार कर रहे भाजपा नेताओं को अभी और इंतजार करना होगा. भाजपा अब संगठन चुनाव के बाद ही इस मामले में आगे बढ़ेगी. केन्द्रीय नेतृत्व संगठन चुनावों की प्रक्रिया जल्द जारी कर सकता है. इसकी तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं. फिलहाल, प्रदेश में निगम मंडलों में नियुक्ति के लिए लांबिंग कर रहे नेताओं को अभी तीन माह इंतजार करना होगा.
इसके लिए पार्टी के संगठनात्मक चुनाव को लेकर चल रही कवायद आड़े आ रही है. पार्टी ने अभी सदस्यता अभियान की घोषणा भी नहीं की है. इसके बाद संगठनात्मक चुनाव होंगे, और इस प्रक्रिया में करीब तीन से चार माह का समय लगना है. माना जा रहा है कि जिन नेताओं को संगठन चुनाव में जिले और प्रदेश स्तर पर पदाधिकारी बनाया जाएगा, उन्हें निगम-मंडल में जगह नहीं मिलेगी. वह नेता जो विधानसभा और लोकसभा में टिकट के दावेदार थे लेकिन पार्टी ने उन्हें भविष्य में कोई बड़ी जिम्मेदारी देने का कहकर उस समय शांत कर दिया था, उनके नामों की पार्टी ने सूची बनाई है, इन पर विचार किया जा रहा है. इसमें कई ऐसे नेता भी है जो दूसरे दल से भाजपा में आए थे.
ऐसे नेता अब अपनी ताजपोशी को लेकर काफी चिंतित है. कुछ नेता जो संगठन में पदाधिकारी हैं. अब निगम मंडल में अपनी नियुक्ति को लेकर आशांवित हैं. उन्हें भी अभी इंतजार करना होगा. पिछली सरकार में जो नेता मंत्री थे, लेकिन इस बार उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल सकी वह भी निगम मंडलों में अपनी नियुक्ति चाहते है, जिससे क्षेत्र में उनका प्रभाव बना रहें. हालांकि विधायकों को निगम मंडलों में जगह मिले इसकी संभावना कम ही है. हालांकि शिवराज सरकार में दो विधायकों को निगम मंडल की जिम्मेवारी दी गई थी.
कांग्रेस से आए इन नेताओं के नामों पर भी हो रहा विचार
भाजपा में कांग्रेस से आए कई नेता जिनमें पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, इंदौर के पूर्व विधायक संजय शुक्ला, पाटन के पूर्व विधायक नीलेश अवस्थी, अभी हाल ही में अमरवाडा विधानसभा से भाजपा के टिकट पर जीत कर आए कमलेश शाह, लोकसभा चुनाव के समय भाजपा में आए छिंदवाडा में कमलनाथ के सबसे खास माने जाने वाले दीपक सक्सेना के अलावा कई ऐसे नेता हैं जो लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा में आए थे उन्हें अभी और इंतजार करना होगा.