Anger is Bad for Your Heart आपको गुस्सा आ रहा है तो कीजिए, दबाकर मत रखिए। अगर, दबाकर रखेंगे तो स्ट्रेस (तनाव) बढ़ेगा। इसका रिफ्लेक्शन हार्ट पर होगा। यह तथ्य एक रिसर्च में सामने आए हैं। इसके मुताबिक जो लोग गुस्सा व्यक्त नहीं कर पाते, उनका ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट बढ़ता है। ऐसे में हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हार्ट की बीमारियों की संभावना बढ़ती है। अगर, आप भी ऐसा ही करते हैं कि यह आपके लिए बड़ा खतरा है।
ऐसे समझिए कि जब बैलून पर ज्यादा हवा भरी जाती है तो उसमें तनाव (टेंशन) बढ़ता है। एक क्षमता के बाद वह ब्लॉस्ट हो जाता है। शरीर भी ऐसा ही काम करता है। गुस्सा अंदर ही अंदर तनाव पैदा करता है, और यह शरीर और मन दोनों को प्रभावित करता है।
आज इस आर्टिकल के जरिए जानते-समझते हैं कि कैसे गुस्से और मन की बातों को स्वस्थ तरीके से रख सकते हैं।
हानिकारक मन में बात या गुस्सा दबाकर रखने से शारीरिक व मानसिक प्रभाव पड़ सकता है, कैसे जानते हैं।
शारीरिक नुकसान Anger is Bad for Your Heart
मन में गुस्सा दबाकर रखने से हार्ट पर बहुत ज्यादा प्रेशर बनता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और हार्ट की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इससे सिरदर्द और माइग्रेन जैसी समस्याएं सामने आती हैं। गुस्से को दबाने की वजह से एसिडिटी, अपच और अन्य पाचन समस्याएं जन्म लेती हैं। गुस्सा दबाकर रखने वालों की इम्यूनिटी कम हो जाती है। यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। वे जल्दी बीमार पड़ते हैं।
मानसिक नुकसान
गुस्से और भावनाओं को दबाने से मन में निराशा रहती है। व्यक्ति चिंतित रहता है। यह डिप्रेशन का कारण बन सकता है। इससे अनिद्रा यानी सिलिप डिसीज की समस्या शुरू हो जाती है। अगर, आप युवा हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो पढ़ाई में मन नहीं लगेगा। नौकरी पेशा हैं तो काम में काम में एकाग्रता की कमी हो सकती है।
गुस्सा कंट्रोल के लिए क्या करें
रोजाना मेडिटेशन करें। एक्सरसाइज करें। हेल्दी डाइट लें। सकारात्मक सोचें ताकि गुस्सा न आए। अगर, किसी व्यक्ति के कारण गुस्सा आता है तो उससे दूरी बना लें। या फिर उसकी बातों पर ध्यान न दें। पूर्व में जिन बातों को लेकर गुस्सा आया व तनाव बढ़ा है कोशिश करें कि उनका दोहराव न हो।]