नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के कुछ हिस्सों में हुई झड़पों के मद्देनजर कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। इसकी जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है।
सूत्रों के मुताबिक, मणिपुर में स्थिति पर करीब से नजर रख रहे शाह के राज्य के अधिकारियों के साथ मौजूदा स्थिति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए किए जा रहे उपायों के बारे में बैठकें जारी रखने की उम्मीद है।
उत्तर-पूर्व राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अमित शाह ने की बात
गुरुवार को, शाह ने अपनी सभी चुनावी सभाओं को रद्द कर दिया और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कई बैठकें कीं। इसके साथ ही उन्होंने कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए उत्तर-पूर्व राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी बात की।
सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ राज्य की स्थिति के मद्देनजर देर रात चर्चा की।
इससे पहले गुरुवार को, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दो बैठकें कीं और मणिपुर की स्थिति के मद्देनजर नागालैंड, मिजोरम और असम सहित मणिपुर और पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बात की थी।
इसके अलावा, स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को मणिपुर के लिए रवाना किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक ऐसी अटकलें थीं कि शाह हिंसा प्रभावित राज्य का दौरा कर सकते हैं, लेकिन पार्टी नेताओं ने इन अटकलों को खारिज कर दिया और कहा कि फिलहाल वह दिल्ली से स्थिति की निगरानी करेंगे।
मणिपुर में सेना और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए फ्लैग मार्च भी निकाला गया।
अनुसूचित जनजाति वर्ग में मैती समुदाय को शामिल करने की मांग के विरोध में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन (एटीएसयू) मणिपुर द्वारा आयोजित एक रैली के दौरान 3 मई को हिंसा भड़क उठी थी।
इस हिंसा के कारण राज्य सरकार पूरे राज्य में 5 दिनों के लिए इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया है। बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध के साथ-साथ राज्य के कई जिलों में रात का कर्फ्यू भी लगाया गया है।