बुधवार से इन राशियों की दूर होंगी तमाम बाधाएं, भंग हो रहा है गुरु-चांडाल दोष
वैदिक ज्योतिष में गुरु को सबसे शुभ ग्रह माना जाता है। इनके प्रभाव से ही जातकों को सुख-समृद्धि, ज्ञान और तरक्की मिलती है। गुरु के शुभ प्रभावों को ग्रहण लगाता है राहु। पिछले कुछ दिनों से गुरु और राहु एक ही राशि में और एक ही नक्षत्र अश्विनी में हैं। इसकी वजह से गुरु-चांडाल योग का निर्माण हो रहा है।
ज्योतिष में इसे काफी अशुभ योग माना जाता है और इसकी वजह से गुरु के प्रभावों में कमी आती है। अच्छी बात ये है कि 21 जून को गुरु और राहु का चांडाल दोष भंग होने जा रहा है। इस दिन गुरु बृहस्पति अश्विनी नक्षत्र से निकलकर भरणी नक्षत्र में चले जाएंगे, जबकि राहु इसी नक्षत्र में बने रहेंगे। गुरु के नक्षत्र परिवर्तन से चांडाल दोष भंग हो जाएगा और गुरु शुभ फल देने की स्थिति में आ जाएंगे। आइये जानते हैं इस योग के भंग होने से किन राशियों की किस्मत चमक सकती है।
मिथुन राशि
गुरु के राहू के प्रभाव से दूर होने पर मिथुन राशि के जातकों को बहुत शुभ परिणाम मिलेंगे। गुरु आपकी राशि में सप्तम और दशम भाव के स्वामी हैं। गुरु से शुभ प्रभावों से दांपत्य जीवन में शांति आएगी और घर में चल रहा मनमुटाव दूर होगा। करियर में चल रही बाधाएं भी दूर होंगी। आपकी राशि में सूर्य और बुध के गोचर की वजह से बुधादित्य राजयोग भी बन रहा है। इसलिए नौकरी और कारोबार के क्षेत्र में लाभ होने की संभावना है। पुराने निवेश से लाभ मिलेगा और कार्यक्षेत्र में आपका सम्मान बढ़ेगा।
कर्क राशि
आपकी राशि के नवमेश गुरु हैं। आपके लिए गुरु-राहु का चांडाल दोष भंग होना लाभप्रद सिद्ध हो सकता है। गुरु आपके भाग्य के कारक हैं। भाग्येश का राहु के प्रभाव से निकलना आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। साथ ही इस समय गुरु आपके दशम भाव में हैं। इस वजह का कार्यक्षेत्र में आपकी स्थिति में सुधार होनेवाला है। नौकरी या व्यवसाय में आ रही बाधाएं दूर होंगी और काम सुचारु रूप से चलने लगेगा। करी पेशा जातकों के करियर में अच्छी तरक्की के योग बन रहे हैं और अपना काम समय पर पूरा भी करेंगे।
धनु राशि
आपके लिए गुरु सबसे अहम ग्रह हैं, जो लग्न और चतुर्थ भाव के स्वामी हैं। राहु के प्रभाव से मुक्त होने पर आपके परिवार में शांति का माहौल आएगा। आपसी मतभेद दूर होंगे और माता की सेहत में सुधार होगा। गुरु आपके पंचम भाव में हैं, ऐसे में संतान, शिक्षा, प्रेम संबंधों और बौद्धिक क्षमता में सुधार होगा। निवेश के मामले में सफलता मिल सकती है। जो छात्र विदेश में जाकर पढ़ाई करने का सोच रहे हैं तो उनकी मुराद पूरी हो सकती है। जो लोग नया व्यवसाय शुरू करने की योजना बना रहे हैं, उनको बेहतर अवसर प्राप्त होंगे।