आरटीओ अफसर के घर चोरी करने के बाद खरीदा घर-गाड़ी, शादी करने की तैयारी में था शाही चोर, गिरफ्तार
रायपुर : खम्हारडीह थाना क्षेत्र में आरटीओ के सेवानिवृत्त अफसर के घर से लाखों रुपये नकदी सहित सोने और हीरा जड़ित प्लेटिनम के लगभग 50 तोला जेवर चोरी करने वाले शाही चोर डी. रवि राव को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से 85 हजार रुपये नकदी सहित 16 लाख रुपये कीमत की गहने जब्त किए गए हैं। आरोपित देश के अलग-अलग राज्यों में घूम-घूमकर अकेले चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था। वह बड़े घरों को अपना निशाना बनाता था।
पहली बार उसने बड़ा हाथ मारा था। चोरी के पैसों को वह अपनी अय्याशी और एशो आराम पर खर्च करता था। चोरी की रकम और जेवर बेचने के बाद उसने तेलीबांधा क्षेत्र में तीन लाख का एक घर खरीदा, इसके बाद सेकेंड हैंड कार खरीदी। और अब वह जल्द ही शादी करने की तैयारी में था। आरोपित ने घर में सीसीटीवी लगवाई व गली में भी एक कैमरा लगवाया। उसके बदलती दिनचर्या पर शक होने पर पुलिस ने पकड़कर कड़ाई से पूछताछ तक उसने चोरी करना स्वीकार किया।
गुरुवार को मामले का राजफाश करते हुए एएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि गीतांजली नगर निवासी अब्दुल गनी खान के यहां चोरी करने के आरोपित मूलत: ओडिशा गंजाम निवासी डी. रवि राव को गिरफ्तार किया है। अब्दुल गनी के यहां 14-15 अप्रैल दरमियानी रात चोरी हुई थी। चोरी के बाद आरोपित ओडिशा भाग गया था। बेहद ही शातिर तरीके से वारदात को अंजाम दिया था। घटना के समय वह न ताे फोन का उपयोग किया और न ही गाड़ी का। चोरी का पूरा सामान एक बैग में लेकर फरार हो गया। ओडिशा में कुछ दिन रूकने के बाद वह वहां चोरी का सामान भी बेचा। उसी पैसे से तेलीबांधा श्यामनगर में एक मकान खरीदा। रवि राव पूर्व में आंध्र प्रदेश में चोरी के आरोप में जेल जा चुका है। पुलिस के अनुसार रवि राव राजधानी रायपुर में और भी चोरी की है।
जहां तक आवाज जाए वहां तक जमीन मेरी
रवि को जब पुलिस ने पकड़ा तो वह चोरी करना स्वीकार नहीं कर रहा था। वह खुद को काफी पैसे वाला बता रहा था। पुलिस को तीन दिन तक छकाते रहा। साथ ही पुलिस वालों को धौंस दिखाते हुए कहा ओडिशा में उनकी अच्छी खासी जमीन है। पुलिस ने जब उससे पूछा कि कितनी जमीन है तो उसने कहा जहां तक आवाज जाएगी वहां तक उसकी जमीन है।
हीरा जड़ित प्लेटिनम को फैंसी समझकर फेंका, बाद में रोया
जानकारी के अनुसार छह से सात लाख रुपये के सोने की जेवर को उसने ओडिशा में राह चलते लोगों के अलावा छोटे-मोटे जौहरियों को बेच दिया था। वहीं के एक सुनार के पास हीरा जड़ित प्लेटिनम के जेवर को बेचने गया तो, वह प्लेटिनम व हीरे की पहचान नहीं कर पाया और वह उसे लेने से इनकार कर दिया। रवि जेवर को फैंसी समझकर रास्ते में फेंक दिया। जब बाद में उसे पता चला तो वह बहुत रोया। बाद में खोजने लगा।
लूट का हुआ शिकार
रवि राव ने चोरी के पैसों से ओडिशा में सात से आठ लाख रुपये का उधारी चुकाई। आरोपित ने पुलिस को बताया कि ओडिशा जाते समय कुछ लोग उसकी कार को रोक कर चेकिंग की। कार के ड्राइविंग सीट के बाजू में रखे तीन से चार लाख रुपये निकाल लिए। रास्ते में कार खराब होने पर उसने कार बीच रास्ते में छोड़ दी। अब पुलिस उसके बताए स्थान में जाकर कार जब्ती करेगी। वहीं जिनके पास जेवर बेचे हैं उनसे जेवर जब्ती करेगी।