देशभर में चर्चा का विषय : कांग्रेस का आरोप एक स्टील जग 32 हजार में ख़रीदा, शासन ने कहा “कीमत ज्यादा थी ख़रीदा ही नहीं”

बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ में 32 हजार रुपए में एक स्टील जग की खरीदी देशभर में चर्चा का विषय बन गई। सोशल मीडिया पर वायरल खरीदी आदेश का जिक्र करते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि आदिवासी छात्रावासों के लिए 460 स्टील जग 51 लाख में खरीदे गए। कांग्रेस ने इस प्रकरण को भ्रष्टाचार का चरम बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। वहीं, आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने इन आरोपों को भ्रामक और तथ्यहीन बताया है। विभाग ने पत्र जारी करते हुए कहा कि कीमत अधिक होने के कारण फरवरी में ही आदेश निरस्त कर दिया गया था।
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि यह वर्ल्ड कप नहीं, विष्णुदेव का स्टील जग है। एक स्टील जग की कीमत 32,000 रुपए बताई जा रही है और कुल 60 नग की खरीदी पर 51 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। आदिवासी बच्चों के पैसों को भी नहीं छोड़ा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि सरकार का तो भगवान ही मालिक है। 32 हजार रुपए में एक जग खरीदा जा रहा है. यह क्या कोई सोने या चांदी का जग है? इस सरकार में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। पूरे प्रदेश में आदिवासी छात्रावासों की जांच होनी चाहिए।
विभाग ने कोई खरीदी नहीं की
इस मामले में स्थिति स्पष्ट करते हुए सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सूरजदास मानिकपुरी ने कहा कि वास्तव में तत्कालीन सहायक आयुक्त संजय कुरें द्वारा जिले के छात्रावासों के लिए जेम पोर्टल से ।60 वाटर जग की खरीदी का प्रस्ताव किया गया था, किंतु दर अधिक होने के कारण यह प्रस्ताव फरवरी 2025 में ही निरस्त कर दिया गया। विभाग द्वारा इस संबंध में कोई खरीदी नहीं की गई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही जानकारी को भ्रामक और असत्य करार देते हुए कहा कि इससे विभाग की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।