सुरक्षा चूक मामले पर भाजपा ने विपक्ष को घेरा, सांसदों ने कर्नाटक और बंगाल सीएम से ऐसे जोड़ा रिश्ता

नई दिल्ली : लोकसभा कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा में बैठे दो लोगों ने बुधवार को सभी को उस वक्त चौंका दिया था, जब वे अचानक वहां से कूदकर सांसदों के बीच जा पहुंचे थे। इस घटना को लेकर हर कोई रोष में है। सबके मन में एक ही सवाल है कि जब सदन में इतनी बड़ी चूक हो सकती है तो बाहर आम लोगों का क्या होगा।
इस घटना को लेकर मैसूर के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा पर भी आरोप लगे हैं। इस पर अब भाजपा ने विपक्ष को घेरा है। उसने कर्नाटक और बंगाल के मुख्यमंत्री को इस घटना के पीछे बताया है।
सिद्धारमैया शहरी नक्सलियों को शरण दे रहे
लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन की घटना को लेकर सिम्हा पर लगे आरोपों पर भाजपा सांसद लहर सिंह सिरोया ने कहा कि इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार शहरी नक्सलियों को शरण दे रही है।
मैसूर से चुनाव लड़ना चाहते
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि सीएम सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया मैसूर संसदीय सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं, इसलिए उनका जनाधार बढ़ाने और मौजूदा सांसद को बदनाम करने के लिए एक बड़ी साजिश के तहत ऐसा किया गया है। केंद्रीय एजेंसियां इस घटना की जांच कर रही हैं और जांच के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।’
टीएमसी की युवा शाखा का जाना-पहचाना चेहरा
भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ‘एक भी तस्वीर (ललित झा की) नहीं है, बल्कि टीएमसी नेताओं, विधायकों, पार्षदों के साथ कई तस्वीरें और वीडियो हैं। वह टीएमसी की युवा शाखा का जाना-पहचाना चेहरा हैं। जब मैं युवा अध्यक्ष था, सत्ता में आने के बाद ममता अपने भतीजे को दिल्ली से लेकर आईं। उसके बाद युवा तृणमूल का गठन हुआ। ललित झा युवा तृणमूल के नेता थे। वह अभी भी टीएमसी से जुड़े हुए हैं।’