कोंडागांव विधानसभा : विजेता को बनाया जाता है मंत्री, इस बार मोहन मरकाम और लता उसेंडी के बीच है सियासी मुकाबला

कोंडागांव : बस्तर संभाग की कोंडागांव विधानसभा हाट सीट मानी जाती रही है, क्योंकि यहां से विधायक चुने जाने के बाद उनका मंत्री बनना लगभग तय ही रहा है। पिछले चार विधानसभा के आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं। इस बार चुनावी मैदान में पूर्व व वर्तमान मंत्री आमने-सामने हैं। चुनावी समर में भाजपा शासनकाल में मंत्री रहीं लता उसेंडी हैं तो अभी कांग्रेस सरकार के मंत्री मोहन मरकाम हैं। इस सीट पर दोनों प्रत्याशी पांचवीं बार आमने-सामने हैं।

दो-दो बार बंधा जीत का सेहरा

भाजपा और कांग्रेस के दोनों ही प्रत्याशी दो-दो बार कोंडागांव विधानसभा से चुनाव जीतकर मंत्री पद प्राप्त कर चुके हैं। हालांकि इस सीट पर इस बार 8 प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपने दावेदारी पेश कर रहे हैं। अब देखना होगा कि वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में मतदाता रूपी भगवान किस किस प्रत्याशी की रायपुर पहुंचाने की मनोकामना पूरी करता है।

दो चुनाव में जीत का अंतर घटा

हालांकि जीत का अंतर विधानसभा चुनाव वर्ष 2013 व 2018 में कम हुआ है। यह तीन हजार के आंकड़े को पार नही कर पाया है। वहीं अविभाजित मध्य प्रदेश के दौरान यह सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही और राज्य विभाजन के दौरान भी इस सीट से कांग्रेस के शंकर सोढ़ी मंत्री पद पर काबिज रहे।

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