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चंद्रयान 3 ट्रायंफ कार्यक्रम में अमुजुरी विश्वनाथ के उत्कृष्ट कार्यों को इसरो चेयरमैन डॉ एस सोमनाथ ने किया सराहना

गीदम/दंतेवाड़ा : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो के सहयोग से डॉ एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनैशनल फाउंडेशन हाउस ऑफ़ कलाम द्वारा “चंद्रयान-3 ट्राइंफ : इंस्पायरिंग ब्राइट माइंड्स” कार्यक्रम देश के 11वी राष्ट्रपति मिसाईल मैन भारत रत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के 92वी जयंती पर रामेश्वरम, तमिलनाडू में भव्य रूप से आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि इसरो चेयरमैन डॉ एस सोमनाथ एवं विशिष्ठ अतिथि इसरो यूआर राव सैटलाइट सेंटर पूर्व डिप्टी डायरेक्टर डॉ वेंकटेश्वर शर्मा ने उपस्थित रहे। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनैशनल फाउंडेशन छत्तीसगढ़ एवं ओडिशा राज्य समन्वयक अमुजुरी विश्वनाथ ने दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़ से शामिल होकर इसरो चेयरमैन डॉ एस सोमनाथ के संबोधन चर्चा में हिस्सा लिया तथा भारत के अंतरिक्ष ज्ञान व तकनीकि से जुड़ी विकास एवं गतिविधियों पर आलोचना किया गया। इस दौरान विविन्न राज्यों के विधार्थियों द्वारा बनाए गए विज्ञान – टेक्नोलॉजी – इंजीनियरिंग- गणित (स्टेम) नवाचार प्रोजेक्ट प्रदर्शनी लगाई गई।

इसरो चेयरमैन डॉ एस सोमनाथ ने चंद्रयान-3 की हालिया सफलता पर गर्व व्यक्त करते हुए भारतीय वैज्ञानिकों के समर्पण और कड़ी मेहनत को सराहना की। उन्होंने कहा कि अमेरिका नासा जेपीएल के विशेषज्ञों ने भारत के स्पेस टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी ली, भारतीय इंजीनियरों द्वारा बनाया गए उपकरण काफी अच्छे है।वर्ष 2047 तक चंद्रयान में आगे और उपलब्धि प्राप्त करेंगे और चंद्रयान 10 में रॉकेट से चंद्रमा पर इंसान उतरेगा। इसी लिए भारत सरकार ने स्पेस सेक्टर का मंच शुरू किया है, ताकि इसका भरपूर उपयोग करे और भारत को आगे बढ़ाए। देश के हर राज्यों में विज्ञान का व्यापक प्रचार प्रसार हेतु डॉ कलाम मोबाइल साइंस लेबोरेटरी का उद्घाटन डॉ एस सोमनाथ ने किया। डॉ कलाम के वैज्ञानिक स्वभाव, अटूट समर्पण एवं शिक्षा के कट्टर समर्थक थे। उनके दृष्टिकोण को आगे बढ़ाना हम सब की जिम्मेदारी है। भारत के अंतरिक्ष मिशनों पर काम करने के दौरान उनके द्वारा साझा किए गए उल्लेखनीय सौहार्द पर प्रकाश डाला।

हालही में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम सैटलाइट लॉन्च व्हीकल मिशन 2023 में 150 पीको सैटलाइट प्रक्षेपण किया गया था उसका विश्व कीर्तिमान का प्रमाण पत्र जारी किया गया, जिसमे छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा से 76 भागेदारी का नाम दर्ज हुआ है। इसरो चेयरमैन डॉ एस सोमनाथ एवं डॉ कलाम के पोते तथा संस्था को-फाउंडर एपीजेएमजे शेख़ सलीम ने विश्व कीर्तिमान प्रमाण पत्र छत्तीसगढ़ एवं ओडिशा राज्य समन्वयक अमुजुरी विश्वनाथ को प्रदान किया तथा उनके उत्कृष्ट कार्यों को सराहना करते हुए शॉल, प्रमाण पत्र एवं डॉ कलाम चित्रपट भेंट दे कर सम्मान किया। इस दौरान अमुजुरी विश्वनाथ ने स्वरचित “कलाम को कीजिए सभ्य सलाम” कविता प्रदर्शित कर डॉ कलाम को समर्पित किया। छत्तीसगढ़ के महत्वाकांक्षी तथा विकासशील जिला दंतेवाड़ा से जुड़े अमुजुरी विश्वनाथ ने बताया कि अंतरिक्ष अन्वेषण एवं शिक्षा के क्षेत्र में युवा आकांक्षाओं के जिज्ञासा और समर्थन के महत्व पर जोर दिया। विज्ञान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए युवा मन के जुनून और उत्साह को प्रसारित करने दिशा में कार्य कर रहे है।

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन का लक्ष्य नवाचार और वैज्ञानिक जिज्ञासा की भावना को बढ़ावा देना जारी रखा है। लोगों के लिए सीखने को आकर्षक और हिस्सा बनाने के लिए व्यावहारिक प्रयोग, प्रदर्शन और इंटरैक्टिव सत्र आयोजित कर विज्ञान और प्रौद्योगिकी को देश के हर कोने तक पहुँचा कर अगली पीढ़ी को प्रेरित करने की उम्मीद करने में अपना योगदान देंगे। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल  फाउंडेशन हाउस ऑफ़ कलाम के सेक्रेट्री तथा डॉ कलाम के नेफ्यू एपीजेएमजे जैनुलाबदीन, डॉ नजीमा मरैकयार, डॉ कलाम के पोते तथा संस्था को-फाउंडर एपीजेएमजे शेख़ सलीम, एपीजेएमजे शेख़ दाऊद, जनरल सेक्रेटरी मिलिंद चौधरी, राष्ट्रीय समन्वयक सुरेश, इसरो वैज्ञानिक डी गोकुल ने डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के विजन को आगे बढ़ाने प्रेरित करते हुए विद्यार्थियों, शिक्षकों तथा कार्यक्रम में उपस्थित सभी को हौसला बढ़ाया।

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