2-1 से पिछड़ने के बाद अभय की जबरदस्त वापसी, भारत को 9 साल बाद बनाया एशियाड चैंपियन, पाकिस्तान को हराया

हांगझोऊ : हांगझोऊ एशियाई खेलों में भारतीय पुरुष स्क्वैश टीम ने नौ साल बाद स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। फाइनल में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 2-1 से हरा दिया। पुरुष टीम इवेंट में तीन अलग-अलग खिलाड़ी अलग-अलग राउंड में उतरते हैं और उन्हें वह राउंड जीतना होता है। अगर कोई टीम 2-0 की बढ़त हासिल कर लेती है तो वह टीम जीत जाती है। 1-1 से बराबर होने पर तीन में से दो मैच जीतने वाली टीम विजेता बनती है।

पहला मैच हारे, फिर सौरव ने कराई वापसी

महेश मंगावकर को पहले मैच में पाकिस्तान के नासिर इकबाल से हार मिली थी। नासिर ने महेश को 11-8, 11-3, 11-2 से हराया था। इसके बाद भारत के दिग्गज स्क्वैश प्लेयर सौरव घोषाल ने दूसरे मैच में मोहम्मद असीम खान को शिकस्त दी। सौरव ने असीम को 11-5, 11-1 और 11-3 से हराया।

तीसरा मैच रहा सबसे रोमांचक

तीसरा मैच सबसे रोमांचक रहा। 25 साल के अभय सिंह का सामना नूर जमान से था। पहला गेम अभय ने 11-7 से अपने नाम किया। हालांकि, इसके बाद नूर ने वापसी की और अगले दो गेम जीते। नूर ने अभय को अगले दो गेम में 11-9, 11-7 से हराया। नूर को सिर्फ एक और गेम जीतना था और स्वर्ण पाकिस्तान का होता।

हालांकि, अभय ने हार नहीं मानी। उन्होंने चौथा गेम 11-9 से जीता। फिर पांचवें और निर्णायक गेम में एक वक्त नूर मैच और स्वर्ण जीतने से एक अंक दूर थे। उनके पास निर्णायक गेम में अभय पर 10-8 की बढ़त थी। इसके बाद अभय ने जबरदस्त वापसी करते हुए लगातार चार अंक जीते और भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। अभय ने नूर को 11-7, 9-11, 7-11, 11-9, 12-10 से हराया।

एशियाई खेलों में स्क्वैश पुरुष टीम स्पर्धा 2010 से खेली जा रही है। 2010 में पाकिस्तान ने जीत हासिल की थी और स्वर्ण पदक जीता था। 2014 में भारत ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। 2018 में मलेशिया ने स्वर्ण पदक जीता था। अब 2023 में भारत ने एक बार फिर स्वर्ण जीता है। नौ साल बाद स्क्वैश के पुरुष टीम इवेंट में भारत ने स्वर्ण जीता है।

भारतीय महिला स्क्वैश टीम को कांस्य मिला। इनमें जोशना चिनप्पा, अनहत सिंह, तन्वी खन्ना और दीपिका पल्लीकल शामिल हैं। महिला स्क्वैश टीम का स्वर्ण मलयेशिया को मिला। रजत पदक हॉन्गकॉन्ग ने जीता।

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