करांची : पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में कार्यवाहक सरकार ने लोगों को अवैध रूप से सस्ते ईरानी ईंधन की आपूर्ति करने वाले 500 पेट्रोल पंपों को बंद कर दिया। सरकार के इस फैसले से नकदी की समस्या के कारण कमजोर अर्थव्यवस्था और उच्च मुद्रास्फीति के बीच अब स्थानीय रिफाइनरी पर भी प्रभाव पड़ रहा है।
अवैध रूप से हो रहा ईरानी ईंधन की सप्लाई
ईरानी तेल की कीमत पाकिस्तानी रिफाइनरी की तुलना में काफी सस्ता है। बलुचिस्तान के कार्यवाहक सूचना मंत्री जन अचकजई ने मीडिया से कहा, ये सभी पेट्रोल पंप लोगों को अवैध ईरानी पेट्रोल और डीजल बेज रहे थे। देश में ईरानी उत्पादों की आपूर्ति के लिए देशव्यापी कार्रवाई की जा रही है।
पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी की घोषणा की थी, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमत 330 रुपये प्रति लीटर से अधिक हो गई। कीमतों में बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा तय की गई थी। आईएमएफ ने इस साल तीन अरब अमेरिकी डॉलर के समर्थन पैकेज के साथ पाकिस्तान की कमजोर अर्थव्यवस्था को बाहर निकाला था।
स्थानीय रिफाइनरी उत्पाद हो रहे प्रभावित
देश में अवैध रूप से ईरानी ईंधन की बिक्री होने लगी, जिसकी कीमत करीबन 220-230 रुपये प्रति लीटर है। तस्कर ईरानी ईंधन को कंटेनर में भरकर ईरान से बलूचिस्तान के रास्ते सीमा पार करके लाते हैं। जहां से वे करांची और अन्य दक्षिणी सिंध प्रांत में भेजते हैं। रिफाइनरी उद्योग के प्रवक्ता ने बताया कि ईरानी उत्पादों की वजह से स्थानीय रिफाइनरी की बिक्री प्रभावित हो रही है।
पाकिस्तान सरकार ने साल 2013 से ही यूनाइटेड स्टेट्स द्वारा ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण ईरानी उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था। अचकजई ने कहा कि बलूचिस्तान में ईरानी ईंधन बेचने वाले निजी डीलरों ने क्वेटा में एक घर में लगभग दस लाख डॉलर छिपा कर रखे थे, जिसे अधिकारियों ने जब्त कर लिया है। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान में ईरानी ईंधनों की तस्करी और अमेरिकी डॉलर रेट में बढ़ोतरी के कारण कुछ पाकिस्तान के रिफाइनरी को बंद करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि वे इस तस्करी को रोकने के लिए सिंध सरकार के लगातार संपर्क में हैं।