ग्रीन क्लाइमेट फंड को 2 बिलियन डॉलर देगा ब्रिटेन, G20 समिट में प्रधानमंत्री सुनक का एलान
नई दिल्ली : G20 शिखर सम्मेलन के दूसरे और आखिरी दिन यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बड़ी घोषणा की है। यूके ग्रीन क्लाइमेट फंड (GCF) को 2 बिलियन डॉलर प्रदान करेगा। भारत में ब्रिटिश उच्चायोग ने इसकी जानकारी दी।
यूके द्वारा की गई ये घोषणा सबसे बड़ी एकल फंडिंग प्रतिबद्धता साबित हुई है। बता दें कि जीसीएफ को COP15 में कोपेनहेगन समझौते के बाद 194 देशों द्वारा स्थापित किया गया था।
यूके का सबसे बड़ा एकल वित्तीय योगदान
ब्रिटिश उच्चायोग की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि अंतर्राष्ट्रीय जलवायु वित्त पर 11.6 बिलियन पाउंड खर्च करने की यूके की प्रतिज्ञा में महत्वपूर्ण योगदान देता है। किसी भी अन्य जी7 देश की तुलना में उत्सर्जन में तेजी से कटौती की है। जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को अनुकूलित करने में मदद करने के लिए यूके का सबसे बड़ा एकल वित्तीय योगदान है।
क्या है GCF?
ग्रीन क्लिमेट फण्ड सबसे बड़ा वैश्विक फंड है जो विकासशील देशों को वैश्विक उत्सर्जन को कम करने और समुदायों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के अनुकूल बनाने में मदद करता है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि जीसीएफ में यूके के पिछले योगदान में 12.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
G20 शिखर सम्मेलन में क्या बोले सुनक
जानकारी के लिए बता दें कि इस साल दिसंबर में COP 28 शिखर सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसी को देखते हुए G20 शिखर सम्मेलन में यूके के प्रधानमंत्री सुनक ने नेताओं से अपने देशों के कार्बन उत्सर्जन को कम करने और जलवायु परिवर्तन के परिणामों से निपटने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया है।
जी20 नेताओं को संबोधित करते हुए सुनक ने कहा, ‘अपनी अर्थव्यवस्था को डीकार्बोनाइजिंग करके और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटने के लिए दुनिया के सबसे कमजोर लोगों का समर्थन करके अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं को पूरा कर ब्रिटेन आगे बढ़ रहा है।’