Rahul Gandhi Defamation Case: राहुल गांधी की सजा पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद CM भूपेश बघेल बोले- ‘अंधकार चाहे भारी हो और…’
रायपुर। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को मोदी सरनेम मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद कांग्रेस (Congress) खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी की संसद सदस्यता भी बहाल हो गई है. उधर, छत्तीसगढ़ कांग्रेस भी इस जीत का जश्न मना रहा है. सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) समेत कांग्रेस के नेताओं ने ट्विटर के जरिए अपनी खुशी जाहिर की है. सीएम बघेल ने लिखा कि ”अंधकार चाहे भारी हो और समंदर पार हो, सदा उजाला विजित हुआ है, अगर सत्य आधार हो.”
सीएम बघेल ने ट्वीट किया, ”राहुल गांधी जी की सजा पर रोक के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का भारत स्वागत करता है. सत्यमेव जयते! य़ह INDIA की जीत है.” भूपेश बघेल ने आगे लिखते हैं, ”उसूलों पे जहां आंच आए टकराना ज़रूरी है. जो ज़िन्दा हो तो फिर ज़िन्दा नज़र आना ज़रूरी है.”
अंधकार चाहे भारी हो और समंदर पार हो,
सदा उजाला विजित हुआ है, अगर सत्य आधार हो.✌️श्री राहुल गांधी जी की सजा पर रोक के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का भारत स्वागत करता है। सत्यमेव जयते!
यह INDIA की जीत है. #RahulGandhi pic.twitter.com/GqhdV6QHN7
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 4, 2023
वह देश की उम्मीद- छत्तीसगढ़ कांग्रेस
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से गदगद छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने ट्वीट किया, ”वो नफरत के बाजार में, मोहब्बत की दुकान खोलने आया है. किसी गांधी से क्या कोई भला, कभी नफरत से जीत पाया है?” एक अन्य ट्वीट में लिखा, ” देश की उम्मीद है.”
वो नफरत के बाजार में, मोहब्बत की दुकान खोलने आया है।
किसी गांधी से क्या कोई भला, कभी नफरत से जीत पाया है?#JanNayakRahulGandhi pic.twitter.com/9gCgNcYFK4— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) August 4, 2023
सत्य की राह पर साथ देती हैं दैवीय शक्तियां- दीपक बैज
छ्त्तीसगढ़ की पीसीस प्रेसिडेंट दीपक बैज ने इसे सत्य की जीत करार दिया और कहा कि जो सत्य की राह पर चलते हैं दैवीय शक्तियां उनके साथ होती हैं. दीपक बैज लिखते हैं, ”सत्यमेव जयते नानृतम् सत्येन पन्था विततो देवयानः यानी सत्य ही जीतता है, असत्य कभी नहीं.” उधर, कोंडागांव से कांग्रेस विधायक मोहन मारकम ने लिखा, ”यह नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जीत है. सत्यमेव जयते- जय हिंद”
बता दें कि 2019 के एक चुनावी सभा में मोदी सरनेम को लेकर दिए गए अपने बयान के कारण राहुल गांधी विवादों में घिर गए थे और गुजरात के एक पूर्व मंत्री ने उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कर दिया था. गुजरात हाई कोर्ट ने राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने की मांग को खारिज कर दिया था जिसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी.