कोरबा। विदेशों में आपने ऐसी कई सड़कें देखी होंगी जो जानवरों की सुरक्षा के लिए बनाई गई हैं. ऐसी ही सड़कें अब छत्तीसगढ़ में भी बनने जा रही है. भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से जशपुर तक सड़क के नीच अंडरपास बनाए जा रहे हैं. यह विशेषकर सांपों के लिए हैं. इस अंडरपास में टनल होंगे, जिससे सांप सड़क के एक तरफ से दूसरे तरफ आसानी से सुरक्षित निकल सकेगा।
छत्तीसगढ़ में भारत माला प्रोजेक्ट के अंतर्गत विभिन्न सड़कों को मुख्य सड़क से जोड़ने का काम किया जा रहा है. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है. सूबे के कोरबा जिले में उरगा से हटी के लिए निर्माणाधीन रास्ते में जहरीले जीव जंतु को सड़क पार करने में असुविधा से बचाने के लिए एक नया विकल्प तैयार किया गया है. निर्माण एजेंसी के ओर से किए जा रहे इस प्रयास की काफी सराहना की जा रही है.
जिले में बड़ी संख्या में जहरीले जीव-जंतु मौजूद हैं, जो कभी भी कहीं भी नजर आ जाते हैं. छोटी सड़कों पर इनके बचने की गुंजाइश ज्यादा होती है, लेकिन हाईवे पर तेज रफ्तार वाले वाहनों की चपेट में आकर उनकी मौत हो जाती हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से उरगा से हटी के बीच बनाए जा रहे रास्ते के नीचे से पाइप डालकर व्यवस्था की जा रही है कि इसके माध्यम से जहरीले जीव-जंतु एक दिशा से दूसरी दिशा की ओर जा सके. ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि आवाजाही बाधित हुए बिना जीवों को उनकी मंजिल तक पहुंचाया जा सके.
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की पहल ही हो रही तारीफ
कोरबा में वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम के प्रमुख जितेंद्र ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की इस पहल की काफी सराहना की है. जानकारी के अनुसार, कोरबा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सर्पों की 100 से अधिक प्रजातियां मौजूद हैं, जिसका पता पिछले वर्षों में चला है. इनमें से अधिकांश बेहद जहरीली बताई जाती हैं. जबकि कुछ काफी दुर्लभ है. इनके संरक्षण के लिए विशेष काम भी किया जा रहा है. इन सबके बीच ऐसी प्रजातियों को बचाने के लिए किया जा रहा काम बताता है कि हर तरह के खतरे के बावजूद इंसानों में जीव जंतुओं के प्रति संवेदनशीलता बनी हुई है.