मुंबई। गुलाब राव पाटिल, अब्दुल सत्तार, तानाजी सावंत, संजय राठौड़ और संदीपान भुमरे… शिंदे कैबिनेट के ये वो 5 मंत्री हैं, जिनकी कुर्सी बीजेपी-शिवसेना में आतंरिक कलह की वजह बन गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन्हीं 5 मंत्रियों की वजह से शिंदे कैबिनेट का विस्तार भी रुका है. दिलचस्प बात है कि इन सभी मंत्रियों ने उद्धव सरकार गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.इनको बनाये रखने को लेकर शिंदे और फडणवीस में भी ठन गई हैं। चर्चा तो यह भी होने लगी हैं कि शिंदे और फडणवीस की कुर्सी आपस में बदलने वाली हैं।
मराठी अखबार दिव्य भास्कर के मुताबिक महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार को लेकर एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में अमित शाह से मुलाकात की थी. इसके बाद बीजेपी हाईकमान ने शिंदे से 5 मंत्रियों को हटाने के लिए कहा.
इन सभी मंत्रियों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट भी सरकार को दी गई है. मंत्रियों के हटाने की खबर के बाद से ही शिवसेना और बीजेपी में सियासी टशन और अधिक बढ़ गई है.
बीजेपी हाईकमान पर निशाना साधते हुए शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा कि परफॉर्मेंस छोड़िए, हमारे सभी विधायक शेर हैं और इन्हीं विधायकों की वजह से बीजेपी सरकार में है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी मंत्रियों को परफॉर्मेंस के आधार पर हटाने से इनकार कर दिया है. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि शिवसेना में परफॉर्मेंस के आधार पर पद से हटाने की कभी परंपरा नहीं रही है.
इधर, बीजेपी हाईकमान का कहना है कि अगर इन पांचों मंत्रियों को नहीं हटाया गया तो आने वाले वक्त में सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है. बहरहाल शिवसेना और भाजपा के मध्य सब कुछ ठीक है यह कहना अभी जल्दबाज़ी होगी।