रायपुर I देश में एक बार फिर से कोरोना का खतरा बढ़ गया है. हालांकि, अभी तक कोरोना के मामलों में उछाल नहीं देखा गया है. कोरोना से होनी वाली मौतों में भी अभी तक इजाफा नहीं देखा गया है. साथ ही एक्टिव केस भी घटकर 3,380 ही रह गए हैं. मामलों में कमी आने के बाद भी देश में कोरोना को लेकर इसलिए चिंता है क्योंकि चीन में एक बार फिर कोरोना बढ़ने लगा है. साथ ही भारत में कोरोना के BF.7 वेरिएंट के मामले सामने आए हैं. ऐसे में अब भारत सरकार ने इसे लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं.
देश में बीते 24 घंटे में यानी शुक्रवार को कोरोना के 163 नए मामले सामने आए थे. इसके साथ ही कोरोना के एक्टिव केस भी कम हुए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में कोरोना के एक्टिव केस घटकर अब 3,380 हो गए हैं. एक दिन में 22 एक्टिव मरीज कम हुए हैं. वहीं, कोरोना से बीते 24 घंटे में 6 लोगों की जान भी गई है, जिसके बाद कुल मौत का आंकड़ा बढ़कर अब 5 लाख 30 हजार 690 हो गया है.
10 दिन में दो हजार से कम कोरोना केस
इससे पहले 22 दिसंबर को देश में कोरोना वायरस के 185 मामले सामने आए थे. जिसके बाद देश में कुल एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 4,46,76,515 पहुंच गई थी. वहीं, 21 दिसंबर को कोरोना के महज 131 मामले सामने आए थे. इस दिन केवल तीन लोगों की कोरोना से मौत हुई. मामलों में कमी इसलिए भी है क्योंकि कोरोना टेस्टिंग में भी काफी कमी आई है.
देश में जुलाई के बाद से ही कोरोना के मामलों में गिरावट आने लगी थी. हफ्तेभर में भी कोरोना के 1,200 से भी कम मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 14 से 23 दिसंबर यानी 10 दिनों के अंदर देश में कोरोना के 1,566 मामले सामने आए हैं. इस समय देश में कुल 3,380 एक्टिव केस हैं. इस समय देश में कोरोना टेस्टिंग कम हो गई है.
कोरोना से लड़ने के लिए कितना तैयार भारत
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जून 2022 तक देशभर में 13.08 लाख से ज्यादा एलोपैथिक डॉक्टर हैं. इनके अलावा 5.64 लाख आयुष डॉक्टर भी हैं. इस हिसाब से भारत में हर 834 लोगों पर एक डॉक्टर है. कोरोना से लड़ने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें तैयारियों में जुटी हैं. इंटरनेशनल यात्रियों के लिए आज से भारत में रैंडम कोरोना टेस्ट जरूरी हो गया है. इसके अलावा बीते दिन (23 दिसंबर) नेजल वैक्सीन को भी को-विन पोर्टल में जोड़ा गया. इसका इस्तेमाल बूस्टर डोज की तरह होगा.