चोर सिपाही का अजब खेल : पुलिस वालो ने कोचिए से पकड़ी शराब और दूसरे को बेचने लगे, ग्रामीणों ने जमकर की कुटाई

बिलासपुर। पुलिस विभाग के तीन सिपाहियों ने अवैध शराब पकड़ी, फिर 40 हजार रुपए लेकर कोचिए को छोड़ दिया, इसके बाद जब्त शराब को दूसरे कोचिए को बेचने लगे, चोरी छिपे घोटाला करते सिपाहियों को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और उनकी पिटाई शुरू कर दी, तीन में से एक सिपाही जान बचाकर भाग गया, लेकिन दो सिपाहियों की जमकर कुटाई की गई। अगले दिन ग्रामीणों ने उन्हें पंचायत में पेश किया, वहां माफी मांगने पर उन्हें छोड़ा गया। जानकारी मिलने पर एसएसपी ने दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया. है, वहीं तीसरे आरक्षक पर कार्रवाई नहीं की गई है।
26 अगस्त को रतनपुर थाने में पदस्थ संजय खांडे, सुदर्शन मरकाम एक अन्य सिपाही ने बिना वर्दी के सिल््ली मोड़ कुंआजती गांव में एक कोचिया को 40 लीटर शराब के साथ पकड़ लिया। तीनों सिपाहियों ने उससे 40 हजार रुपए की उगाही की और मौके से कोचिया को छोड़ दिया। उसके बाद तीनों सिपाही 40 लीटर शराब लेकर ग्राम पोंड़ी पहुंचे और एक कोचिए को बुलाकर उससे शराब बेचने के लिए सौदेबाजी करने लगे। जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने सिपाहियों को घेर लिया।
बातचीत के दौरान एक सिपाही मौका पाकर भाग गया। ग्रामीणों ने आरक्षक संजय खांडे व सुदर्शन की जमकर पिटाई की। कुछ लोगों के द्वारा घटना का मोबाइल में वीडियो भी बना लिया था। इधर मौके से भागे आरक्षक ने थाने में सूचना दी। थाने में किसी ने भी उनका मदद करने से इनकार कर दिया। उसके बाद वह पेट्रोलिंग गाड़ी लेकर गया और दोनों सिपाहियों को छुड़ाकर ले आया। दूसरे दिन गांव में पंचायत की बैठक बुलाकर दोनों आरक्षकों से माफी मंगवाई गई। मामला संज्ञान में आने पर एसएसपी रजनेश सिंह ने आरक्षक संजय खाण्डे, सुदर्शन मरकाम को सस्पेंड कर दिया है।
तीसरा आरक्षक कैसे बच गया ?
इस पूरे मामले में तीन आरक्षकों के शामिल होने की बात सामने आ रही है। दो आरक्षकों को ग्रामीणों ने पकड़कर पीटा, जबकि तीसरा आरक्षक मौके से भाग गया था और उसने थाने में जानकारी भी दी थी, पिटने वाले सिपाहियों को बचाने में भी उसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एसएसपी ने इस मामले में दो आरक्षकों को सस्पेंड भी कर दिया, परन्तु तीसरे आरक्षक का बाल बांका नहीं हुआ है। ऐसा कैसे और क्यों हुआ, इसका जवाब पुलिस अधिकारी नहीं दे पा रहे हैं।
सीपत थाने में तीन आरक्षकों पर हुई थी कार्रवाई
पूर्व में सीपत थाने में पदस्थ आरक्षक सुभाष मरावी, प्रकाश जगत, मूरित बघेल बिना विवेचक के शराब बेचने के आरोप पर जांजी में एक युवक को पकड़ने चले गए थे। उक्त युवक छत से कूदकर भाग रहा था तो उसका पैर टूट गया था। एसएसपी श्री सिंह के द्वारा बिना विवेचक के आरोपी पकड़ने जाने घोर लापरवाही बरतने पर तीनों आरक्षक को एक साल वेतन वृद्धि रोकने की सजा से दंडित किया गया था।